गोपालगंज. यूपी-बिहार की सीमा पर स्थित गोपालगंज के परिवहन विभाग के बलथरी चेकपोस्ट पर मालवाहक ट्रकों से अवैध वसूली करने का वीडियो सामने आया है. परिवहन विभाग के गृहरक्षकों का यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. पुलिस अधीक्षक स्वर्ण प्रभात ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच करायी और परिवहन विभाग के चेकपोस्ट पर तैनात गृहरक्षकों की पहचान होने के बाद कार्रवाई के लिए जिला पदाधिकारी और जिला परिवहन पदाधिकारी को सूचित किया है. वहीं, डीएम मोहम्मद मकसूद आलम ने वायरल हो रहे वीडियो की जांच करने के निर्देश दिये हैं. हालांकि प्रभात खबर वायरल हो रहे वीडियो की पुष्टि नहीं करता है. बताया जाता है कि यूपी से बिहार में इंट्री करनेवाली माल वाहक वाहनों के कागजात एवं सामान की जांच की जाती है. किसी तरह की त्रुटि पाये जाने पर विधिवत फाइन या अन्य विधि सम्मत कार्रवाई की जाती है. ऐसे में वाहनों की जांच नहीं करके उनसे अवैध वसूली की जा रही है, जिसका वीडियो वायरल हुआ. वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस अधीक्षक की ओर से कर्मियों पर विधि-सम्मत कार्रवाई के लिए जिलाधिकारी और डीटीओ को सूचित किया गया है. वहीं, प्रशासन की ओर से कार्रवाई शुरू किये जाने पर चेकपोस्ट पर अवैध वसूली करनेवाले कर्मियों में हड़कंप मच गया है. परिवहन विभाग और जिला प्रशासन की ओर से सरकार के राजस्व को नुकसान नहीं पहुंचे, इसके लिए बलथरी चेकपोस्ट पर परिवहन विभाग ने एडीटीओ निशांत कुमार और एक मजिस्ट्रेट को तैनात किया है. वायरल वीडियो के आधार पर कहा जा रहा है कि दोनों अधिकारियों की मौजूदगी अवैध वसूली का खेल कैसे चल रहा था. इसको लेकर डीएम मोहम्मद मकसूद आलम ने गंभीरता से लेते हुए जांच कर कार्रवाई करने की बात कही है. सीसीटीवी कैमरे की भी जांच करवायी जायेगी, ताकि पता चल सके कि किन-किन लोगों के द्वारा अवैध वसूली का धंधा किया जा रहा था. सदर एसडीएम डॉ प्रदीप कुमार ने परिवहन विभाग के बलथरी चेकपोस्ट पर बीते सप्ताह छापेमारी की थी. छापेमारी में दो लोगों को अवैध वसूली में पकड़ा गया. आधी रात को हुई छापेमारी में हिसाब से अधिक राशि मिली थी, जिसके बाद जिलाधिकारी के यहां उन्होंने कार्रवाई करने के लिए रिपोर्ट भेजी. अबतक किसी भी कर्मियों पर माकूल कार्रवाई नहीं हुई. जिलाधिकारी मोहम्मद मकसूद आलम ने कहा कि अवैध वसूली का वीडियो वायरल होने की जानकारी मिलने के बाद मामले की जांच करने का निर्देश दिया गया है. वीडियो कब का है, स्पष्ट नहीं हो सका है. जांच रिपोर्ट के आधार पर विभागीय और कानूनी कार्रवाई की जायेगी.
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