बेगूसराय. जिला शिक्षा विभाग के कार्यालय के आदेश को पलीता लगाने का काम विभिन्न शिक्षक नियोजन इकाई ने किया है जहां शिक्षा विभाग ने कई शिक्षकों को सेवा से हटाने को लेकर पत्र लिखे हैं. इसके बावजूद नियोजन इकाई ने उसे नजरअंदाज कर विद्यालय में अनवरत बने रहे तो वहीं प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी की मिलीभगत की बात भी सामने आ रही है. इसी कड़ी में तेघरा प्रखंड में भी 38 शिक्षकों पर शिक्षा विभाग के द्वारा गाज गिरी थी. जिसे नियोजन इकाई को पत्र लिखा गया था कि इन सभी शिक्षकों पर कार्रवाई की जाए लेकिन इन पर कार्रवाई नहीं कर विद्यालय में बने रहे इसी में से एक शिक्षक सक्षमता परीक्षा पास कर काउंसलिंग कराने डीआरसीसी कार्यालय गए. जहां शिक्षक की संदिग्ध सलिप्ता सामने आई है. फिलहाल डीआरसीसी में काउंसलिंग के जिम्मे में लिए हुए कर्मियों ने इस संदर्भ में जानकारी देने से साफ मना कर दिया. वहीं मिली जानकारी के अनुसार शिक्षक मधु कुमारी जो की काउंसलिंग कराने आयी थी. फिलहाल अधिकारी कुछ भी बोलने से परहेज कर रहे हैं. अब इसकी क्या वजह है यह तो विभाग ही जानकारी दे सकती है लेकिन सक्षमता के माध्यम से अपने को फर्जी के लगे दाग से बचने का रास्ता ढूंढा जा रहा है. इस संदर्भ में स्थापना डीपीओ रवींद्र साहू से बातचीत किया तो उन्होंने बताया कि अभी संदिग्ध लग रहा है. फिलहाल जांच के बाद ही स्पष्ट किया जा सकता है कि क्या यह फर्जी शिक्षक है या नहीं
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