नगर पंचायत के उप मुख्य पार्षद ने एसएसपी व डीएम को दिया ज्ञापन प्रतिनिधि, मीनापुर जैव विविधता प्रबंधन समिति की गठन को लेकर मीनापुर नगर पंचायत का विवाद गहराने लगा है. नगर पंचायत के उप मुख्य पार्षद विनोद पासवान के नेतृत में 10 पार्षदों ने मोर्चा खोल दिया है. उन्होंने 10 पार्षदों के हस्ताक्षर युक्त आवेदन वरीय पुलिस अधीक्षक को हस्तगत कराया है. आवेदन के अनुसार उप मुख्य पार्षद ने मुख्य पार्षद पर कई आरोप लगाये हैं. इनका कहना है कि जैव विविधता प्रबंधन समिति की गठन के लिए नगर पंचायत के सभाकक्ष में पार्षदों की बैठक हुई थी, जिसकी अध्यक्षता मुख्य पार्षद पूनम देवी ने की थी. बैठक में उप मुख्य पार्षद सहित कुल 17 वार्ड पार्षद मौजूद थे. प्रबंधन समिति के अध्यक्ष का चयन के लिए आम सहमति से बैलेट पेपर के आधार पर गुप्त मतदान करने का फैसला लिया गया. गुप्त मतदान में पार्षद आमोद कुमार को कुल 11 मत व संजीत कुमार को कुल 5 मत व 1 मत बोगस पाया गया. आमोद कुमार को बहुमत के आधार पर अध्यक्ष निर्वाचित होना चाहिए था. परंतु मुख्य पार्षद की ओर से संजीत कुमार को अध्यक्ष बनाने का कार्यपालक पदाधिकारी व अन्य पार्षदों पर अनुचित दबाब बनाया जाने लगा, जो कहीं से उचित नहीं था . मुख्य पार्षद की ओर से अक्सर पार्षदों पर अनावश्यक दबाब बनाया जाता है. वो पार्षदों पर झूठा मुकदमा में फंसाने की धमकी देती रहती हैं. 01 अगस्त को अपने क्षेत्र की समस्याएं रखने के कारण वार्ड पार्षद अर्जुन कुमार गुप्ता पर मीनापुर थाना में झूठा मुकदमा दर्ज करा चुकी हैं . हमलोगों की ओर से डीएम व पुलिस उपाधीक्षक पूर्वी को सूचना इसकी दी जा चुकी है. अनावश्यक दबाब को लेकर कभी भी विधि व्यवस्था की समस्या खड़ी हो सकती है. पार्षदों ने एसएसपी से शांति व्यवस्था कायम रखने में उचित समाधान करने का आग्रह किया है. आवेदन पर हस्ताक्षर करने वाले पार्षदों में अश्वनी यादव, अर्चना कुमारी, पूनम देवी, माला देवी, फुलपति देवी, विकास रजक, अर्जुन कुमार, मो. एकबाल, आमोद कुमार, नजमा खातून शामिल हैं.
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