Bihar News: मुजफ्फरपुर. एसकेएमसीएच परिसर में बने सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल बन कर तैयार हो चुका है. यहां सभी प्रकार के गंभीर बीमारियों का इलाज किया जाएगा. इसका उद्घाटन केंद्रीय स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्री डॉ जेपी नड्ढा करेंगे. यहां विभिन्न विभागों के लिए करीब 300 करोड़ का मशीन खरीदा गया है. जिसके इंस्टॉलेशन की प्रक्रिया जारी है. यहां आठ विभाग खोले जा रहे हैं, जिसमें कार्डियोलॉजी, नेफ्रोलॉजी, गैस्ट्रोलॉजी, प्लास्टिक सर्जरी, पीडियाट्रिक सर्जरी, न्यूरोलॉजी, न्यूरोसर्जरी और बर्न वार्ड है. सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में एंडोस्कोपिक रिट्रोग्रेड कोलेंजियो पैनक्रिएटोग्राफी (इआरसीपी) मशीन लगाया जा रहा है, जिससे लीवर, पित्ताशय की थैली, आहार नली, पथरी और पीलिया सहित लीवर की नलियों के कैंसर का इलाज किया जाएगा. मरीजों को इस इलाज के लिए निजी महानगरों के निजी अस्पतालों में दो लाख रुपये तक खर्च करने पड़ते थे. इसके अलावा यहां इंडोस्कोपी, फ्लोरोस्कोपी मशीन से मरीजों की जांच की जाएगी. किडनी के मरीजों की अत्याधुनिक जांच और प्लास्टिक सर्जरी के लिए भी मशीन की खरीदारी की गयी है.
कार्डियोलॉजी समेत छह विभाग में अत्याधुनिक ओटी
छह मंजिला बने सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में मरीजों को भर्ती कर इलाज करने की सुविधा होगी. यहां विभिन्न विभागों के लिए 220 बेड का वार्ड बनाया गया है. सभी बेड पर वेंटीलेटर की व्यवस्था की गयी है. यहां सभी तरह की जांच और इलाज निशुल्क किया जाएगा.उत्तर बिहार के मरीजों को निजी अस्पताल में जाकर महंगा इलाज कराने की जरूरत नहीं होगी. मरीजों को निशुल्क सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल की सुविधा मिलने लगेगी. सभी विभागों में एक्सपर्ट डॉक्टरों और स्टाफ की नियुक्ति की गयी है. यहां कार्डियोलॉजी, नेफ्रोलॉजी, गैस्ट्रोलॉजी, प्लास्टिक सर्जरी, पीडियाट्रिक सर्जरी और न्यूरोसर्जरी के लिये अत्याधुनिक तरीके से ओटी बनाया गया है, जिसमें ऑपरेशन के लिए सभी तरह की आधुनिक मशीनें लगायी गयी है. परिसर में निरोग कैंटीन बनाया गया है, जिसमें मरीज के परिजन और अस्पताल कर्मियों को नाश्ता और भोजन मिलेगा.
2018 में ही शुरू होना था अस्पताल, कोरोना से हुई देरी
सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल का निर्माण वर्ष 2018 में ही पूरा होना था, लेकिन कोरोना के कारण देर हुई.कोरोना के कारण निर्माण का समय बढ़ा दिया गया. हालांकि इसके बाद भी समय पर काम पूरा नहीं करने पर निर्माण कंपनी से 18.5 करोड़ रुपये वापस भी ले लिए गए थे. फिर इसके बचे हुए कार्य के लिए दोबारा टेंडर निकाला गया. अब 48.3 करोड़ की लागत से इस नए भवन का निर्माण किया गया हैं. सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल का निर्माण 100 करोड़ में किया गया है.
सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल खुलने से लोगों में खुशी
सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल खुलने से उत्तर बिहार के कई जिलों के अलावा नेपाल के मरीजों को काफी सहूलियत होगी. यहां इलाज के लिए सभी अत्याधुनिक उपकरण इंस्टॉल किए गए हैं. कार्डियोलॉजी, नेफ्रोलॉजी, गैस्ट्रोलॉजी, प्लास्टिक सर्जरी, पीडियाट्रिक सर्जरी, न्यूरोलॉजी, न्यूरोसर्जरी और बर्न मरीजों के लिए अलग-अलग ओपीडी और वार्ड बनाया गया है. कई विभागों में सर्जरी के लिए अत्याधुनिक ओटी भी बनाया गया है.
डॉ आभा रानी सिन्हा, प्राचार्य, मेडिकल कॉलेज
सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल की तैयारी का लिया जायजा
एसकेएमसीएच परिसर स्थित सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल की तैयारी का गुरुवार को वरीय अधिकारियों ने जायजा लिया. उन्होंने बताया कि काम अंतिम चरण पर है, उसे जल्द पूरा कर लिया जाएगा. अधीक्षक डॉ विभा रानी सिन्हा ने कहा कि मशीन का इंस्टॉलेशन हो चुका है. शु्क्रवार को अस्पताल पूरी तरह तैयार हो जाएगा.