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अमड़ापाड़ा बाजार में स्किल डेवलपमेंट सेंटर का शुभारंभ, हर साल 560 लोगों को मिलेगा प्रशिक्षण

बीजीआर कोल कंपनी द्वारा सीएसआर के तहत अमड़ापाड़ा बाजार में स्किल डेवलपमेंट सेंटर तैयार किया गया है. जहां ड्राइविंग, बेसिक कंप्यूटर और सिलाई की ट्रेनिंग दी जाएगी.

पाकुड़. अमड़ापाड़ा बाजार में स्किल डेवलपमेंट सेंटर का गुरुवार को डीसी मृत्युंजय कुमार बरणवाल ने उद्घाटन किया. बीजीआर कोल कंपनी द्वारा सीएसआर के तहत अमड़ापाड़ा बाजार में स्किल डेवलपमेंट सेंटर तैयार किया गया है. जहां ड्राइविंग, बेसिक कंप्यूटर और सिलाई की ट्रेनिंग दी जाएगी. इन तीनों विषयों का प्रशिक्षण तीन महीने में पूरा किया जाएगा. हर बैच में कुल 140 विद्यार्थी होंगे. ड्राइविंग में कुल सीट 40 है. वहीं सिलाई में 50 और कंप्यूटर में भी 50 है. यह ट्रेनिंग दो पालियों में होगी. सुबह 70 लोगों को प्रशिक्षण दिया जाएगा. वहीं शाम के बैच में 70 लोगों को प्रशिक्षण दिया जाएगा. ड्राइविंग का प्रशिक्षण के लिए 2 सिमिलेटर मशीन और दो कार की व्यवस्था की गयी है. वहीं कंप्यूटर और सिलाई के लिए दो-दो प्रशिक्षक मौजूद हैं. वहीं प्रशिक्षण लेने वाले अभ्यार्थियों को लाने-ले-जाने के लिए बस की भी व्यवस्था कोल कंपनी द्वारा की गयी है. बैच का शुभारंभ 5 सितंबर से ही शुरू हो गया. इसके लिए कुल 390 आवेदन दिया गया था, जिसमें प्रशिक्षण के लिए 140 का चयन किया गया है. स्किल डेवलेपमेंट सेंटर का शुभारंभ डीसी मृत्युजंय कुमार बरणवाल, डब्ल्यूबीपीडीसीएल के जीएम रामाशीष चटर्जी, बीजीआर के वाइस प्रेसिडेंट वेंकट रमण, पीआरओ संजय बेसरा, बीडीओ श्रीमान मरांडी, सीओ औसफ अहमद खां और थाना प्रभारी अनिल गुप्ता द्वारा किया गया. सभी अतिथियों का स्वागत पौधा देकर किया गया. समारोह में उपायुक्त ने कहा कि इस इलाके में मैंने देखा कि ज्यादातर लोग कोयला लोड गाड़ियों से कोयला उतारने में लगे थे. मुझे लगा कि यदि सबको नीड बेस्ड स्किल डेवलपमेंट का प्रशिक्षण दिया जाए तो तस्वीर बदल सकती है. इसके लिए कोल कंपनी को निर्देश दिया गया और इलाके की जरूरतों को ध्यान में रखकर ड्राइविंग, कंप्यूटर और सिलाई का प्रशिक्षण देने की योजना पर काम शुरू हो और शुभारंभ भी हो गया. इलाके में बड़ी गाड़ियों का परिचालन ज्यादा होता है. यदि एलएमवी के बाद एचएमवी का प्रशिक्षण स्थानीय युवा लेते हैं तो घर में ही रोजगार के साधन मिल जाएगा. कंप्यूटर अब जरूरत बन गयी है. बिना कंप्यूटर के अब अधिकांश काम नहीं होता है, इसकी ट्रेनिंग मिलने पर स्थानीय युवाओं को रोजगार का अवसर मिल सकता है. उसी तरह कपड़ों की सिलाई का प्रशिक्षण लेने से लड़कियों को भी स्वरोजगार में मदद मिलेगी. ध्यान रखना है कि प्रशिक्षण लेने के बाद रोजगार में जुट जाना है, प्रशिक्षण लेने के बाद घर बैठने से इसका लक्ष्य पूरा नहीं होगा. बीडीओ श्रीमान मरांडी ने कहा कि यह काफी अच्छा प्रयास है. इसके लिए उपायुक्त ने काफी प्रयास किया और आज यह सफल हुआ है. हमारी कोशिश होगी कि अमड़ापाड़ा बाजार में बेकार पड़े स्वास्थ्य विभाग के भवन का इस्तेमाल सामुदायिक पुस्तकालय के रूप में विकसित कर किया जाए. बुजुर्ग लोगों के लिए एल्डर क्लब की शुरुआत की जाएगी ताकि क्षेत्र के बुजुर्गों को समय व्यतीत करने में सुविधा हो सके. बीजीआर के वाइस प्रेसिडेंट वेकंट रमण ने कहा कि बीजीआर हमेशा से इलाके के विकास के लिए सीएसआर के तहत काम कर रही है. बीजीआर कंपनी का प्रयास है कि क्षेत्र का विकास हो और इसके लिए ठोस प्रयास हो. इस दिशा में हम ठोस प्रयास कर रहे हैं. इस स्किल डेवलपमेंट सेंटर से क्षेत्र के लोगों को अपना स्किल डेवलप करने में मदद मिलेगी, जिससे वे स्वरोजगार कर सकते हैं या कहीं रोजगार प्राप्त कर सकते हैं. वहीं इस दौरान मंच का संचालन और धन्यवाद ज्ञापन बीजीआर के पीआरओ संजय बेसरा ने किया.

विशनपुर कम्युनिटी सेंटर में हस्तकरघा का मिलेगा प्रशिक्षण :

बीजीआर कोल कंपनी द्वारा विशनपुर गांव में निर्मित कम्युनिटी सेंटर में हस्तकरघा का प्रशिक्षण देने की योजना तैयार हो रही है. यह योजना अपने अंतिम चरण में है. इसके तहत भगैया में तैयार हो रहे तसर सिल्क की तरह ट्रेनिंग दी जाएगी. इसके बाद इलाके में तसर के कपड़ों का निर्माण कार्य शुरू हो सकता है. इसकी ट्रेनिंग स्थानीय लोगों को दी जाएगी. जिसके बाद वे तसर सिल्क के निर्माण कार्य से जुड़ सकते हैं. उक्त जानकारी बीजीआर के पीआरओ संजय बेसरा ने दी.

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