तेघड़ा. शिक्षक फर्जीवाड़ा का बड़ा मामला तेघड़ा प्रखंड क्षेत्र से आ रहा है जहां तेघड़ा प्रखंड के 36 शिक्षक शिक्षिकाएं विभागीय प्रशैक्षणिक प्रमाण पत्र टीइटी (सटिर्फिकेट) जांच में फर्जी पाये गये. जिसके बाद तेघड़ा प्रखंड अंतर्गत दोषी पाये गये 36 शिक्षकों का जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना के विभिन्न पत्रांकों के आदेश पर वेतन स्थगित कर दिया. एवं विभिन्न पत्रांक द्वारा संबंधित नियोजन इकाई को दोषी सभी 36 शिक्षकों का सेवा समाप्त कर प्राथमिकी दर्ज कराने का आदेश दिया गया. लेकिन नियोजन इकाई के द्वारा कोई कार्यवाई नहीं किये जाने की वजह से 2022 से बहुत शिक्षक अवैतनिक अवकाश रुग्णावकाश का आवेदन देकर गायब हो गये हैं जबकि कुछ शिक्षक शिक्षिकाएं वर्तमान तक विद्यालय में बने हुए हैं. जिनका भी 2022 से भुगतान नहीं हो रहा है. बावजूद वै सबे फर्जी शिक्षक शिक्षिकाओं ने ई शिक्षाकोष पर भी अपना नाम दर्ज करा लिया है. इस फर्जीवाड़ा मामले में तेघड़ा प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी राम उदय महतो ने जिला कार्यक्रम पदाधिकारी प्रा.शि. एवं स.शि.अभियान बेगूसराय, डीएम बेगूसराय, जिला कार्यक्रम पदाधिकारी बेगूसराय को पत्र लिखकर कार्रवाई के संबंध में निर्देशित करने को कहा है.
नियोजन इकाई की लापरवाही से नहीं हो रही कार्रवाई :
लगभग दो वर्ष 2022 में टीईटी सर्टिफिकेट जांच में दोषी पाये गये 36 शिक्षकों की सेवा समाप्ति एवं एफआइआर दर्ज कर कार्रवाई के डीपीओ बेगूसराय के आदेश का स्थापना नियोजन इकाई के द्वारा कोई कार्रवाई नहीं किया जाना शिक्षा के क्षेत्र में भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रहा है. जबकि बीइओ तेघड़ा द्वारा 17 अगस्त 2023 से लगातार डीएम, डीपीओ एवं डीओ को पत्र के माध्यम से लगातार कार्रवाई की मांग की जाती रही है. डीपीओ बेगूसराय ने कार्रवाई के आदेश भी दिये लेकिन स्थिति यथावत बनी हुई है. दोषी शिक्षक धनबल के जोर पर बने हुए हैं. हलांकि उक्त मामले में दोषी 36 शिक्षक शिक्षिकाओं में 01 फर्जी शिक्षिका रितु वर्मा आदर्श नगर फुलवड़िये को नियोजन उकाई को निर्देश पर धनकौल पंचायत सचिव के द्वारा 09 जुलाई 2024 को सेवा समाप्त किया गया है. देखने वाली बात यह होगी की आखिर नियोजन ईकाई की गहरी निंद्रा कब टुटेगी और कब फर्जी शिक्षक पर कार्यवाई शुरू किया जाएगा. बीईओ तेघड़ा ने 04 सितंबर को पुन: पत्रांक 837 के माध्यम से डीपीओ, डीओ एवं डीएम बेगूसराय को कार्यवाई के लिए दिशा निर्देश देनें की मांग की है साथ ही बीईओ ने कहा है कि इन 36 फर्जी शिक्षकों में कुछ शिक्षक शिक्षकाओं ने ई शिक्षाकोष में भी गलत तरीके से नाम दर्ज कराया है. जो एक ओर फर्जीवाड़ा और कार्यवाई का विषय है.वैसे शिक्षक, जो टीइटी सर्टिफिकेट जांच में पाये गये हैं दोषी :
सर्टिफिकेट जांच में दोषी पाये जाने वाले शिक्षकों में सचिन कुमार पंडित न.प्रा.घड़कीपड़ चकदाद, उमा कुमारी प्रा.वि. हसनपुर प.,वंदना कुमारी प्रा. वि. आदर्शनगर,रितु वर्मा प्रा. लोहानगर, जितेन्द्र कुमार प्रा.वि. गाछी टोला फुलवड़िया, बेबी कुमारी, मधु कुमारी, रामप्रवेश कुमार सहनी, आर्यन कुमार, प्रभात कुमार सभी प्रा. वि.हनुमान स्थान कैदीबाड़ी, प्रियंका भारती, निशा देवी, सोनू पासवान सभी प्रा.वि.जरासंघ टोला, पूनम कुमारी प्रा.वि. मंसूरी टोल पकठौल, सोनी कुमारी प्रा. वि. मुसहल टोल किरटौल, बबीता कुमारी प्रा. वि. पूर्वीभाग नोनपुर, राजेंद्र प्रा सिंह प्रा. वि. मल्लाह टोल फरदा,नीतू कुमारी प्रा.वि. खिजिरचक, अर्चना कुमारी, कुमारी बबीता दोनों प्रा. वि. पिपरादोदराज, आशिष रंजन झा ऊर्दू प्रा. वि. विनलपुर,नेहा कुमारी म.वि.नेपाली प्रा.वि. शोकहारा, सुनीता कुमारी, राजीव कुमार पासवान दोनों प्रा. रामपुर दुग्ध उत्पादन केंद्र, अजीत पासवान प्रा.वि. चिलहाय, सुरेंद्र पासवान प्रा.वि. बरौनी दियारा, रिया कुमारी प्रा.वि. मधुरापुर पूरब,अमित कुमार झा, रंजीत कुमार सिंह दोनों प्रा. वि. सरपंच डेरा पर,नीरू कुमारी, श्रीराम पासवान, सुनील कुमार, धनंजय कुमार, रूपेश ब्रह्मचारी सभी प्रा. वि. बनहारा पास., पूनम कुमारी प्रा. वि. खिजिरचक सरपंच डेरा, सावित्री देवी प्रा.वि. जरासंघ टोला शामिल हैं. जिनकी सेवा समाप्ति कर प्राथमिकी दर्ज कर कार्यवाई के आदेश डीपीओ बेगूसराय ने पूर्व में दिये थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है