सीवान. अखंड सौभाग्य व पति के दीर्घायु की कामना का व्रत हरितालिका तीज गुरुवार को नहाय खाय के साथ शुरू हो गया. शुक्रवार को व्रती उपवास रखकर पति की दीर्घायु होने की कामना करेगी. बाजार से लेकर गांव तक इसकी तैयारी सप्ताह भर से चल रही थी. महिलाओं ने पूजन सामग्री के अलावा बांस की डलिया, शृंगार के सामान, ऋतु फल, कपड़े आदि की खरीदारी पूरे दिन की. इसको लेकर बाजार में काफी भीड़ देखी गई. आज होने वाले पारण से पूर्व व्रती पूजन आदि कर ब्राह्मण को दान करेंगी. पंडित मणिकांत पांडे ने बताया कि भाद्रपद शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को सौभाग्यवती स्त्रियां अपने अखंड सौभाग्य व पति की दीर्घायु की कामना को लेकर हरितालिका तीज का व्रत करती है. उन्होंने बताया कि व्रत के दिन उपवास रखते हुए शिव-पार्वती की विधिवत पूजा करनी चाहिए और रात्रि जागरण करते हुए स्तुति पाठ या मंगल गीत का गायन भी करना चाहिए. दूसरे दिन बांस के पात्र(डलिया) में अन्न, वस्त्र व फल दक्षिणा आदि रखकर श्रद्धा पूर्वक ब्राह्मण को दान देने के बाद पारण करेंगी. इस बार सामान्य रही कीमत गुरुवार को बास के डलिया, फल सहित अन्य पूजन व पकवान सामग्रियों के भाव तेज रहे. शहर के शहीद सराय,शांति वटवृक्ष ,थाना रोड शीत अन्य बजारों के समीप सबसे ज्यादा भीड़ बास की डलिया खरीदारी करने वालों की रही. पान, सुपाड़ी, जनेऊ, मौली, मटर, घी, व्रत की पुस्तक सहित अन्य सामग्रियों की लोगों ने खरीदारी की. चरकोनी डलिया 20-30 रुपये की दर से बिक्री रही.मैदा 42 रुपये प्रति किलो बिक्री रही. सूजी 36 रुपये, रिफाइन 105- 140 रुपये, चीनी 46 रुपये, नारियल 25-30 पीस, केला 40 से 60 रुपये दर्जन, सेब 80 से 120 रुपये, अनार 90 से 150 रुपये, नासपाती 100-100 रुपये, बतासा 100 से 120 रुपये किलो की दर से बिक्री रही.जबकि खीरा 50 रुपये किलो तक बिका. सांवा की सत्तू के लिए बजारों में लोगों की खूब भीड़ लगी रही.
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