Hartalika Teej 2024: सासाराम जिले में आगामी शुक्रवार को पति के दीर्घायु होने के लिए महिलाएं तीज व्रत रखेंगी. पूरे दिन निर्जला उपवास रहकर शाम में स्नान के बाद भगवान शिव व मां पार्वती की पूजा-अर्चना करेंगी. 24 घंटे के उपवास के बाद अगले दिन शनिवार को पारण करेंगी. लेकिन, इस बार का यह त्योहार बहुत ही विशेष है, क्योंकि तीज का त्योहार महिलाएं रवि योग, शुक्ल योग और हस्त नक्षत्र में रख रही हैं. इस संबंध में ज्योतिषाचार्य दयाशंकर पांडेय ने बताया कि भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को हरतालिका तीज का महाव्रत रखा जाता है. इस दिन रवि योग, शुक्ल योग के साथ हस्त नक्षत्र के संयोग रहेगा.
उदया तिथि के अनुसार आज हरतालिका तीज व्रत
हस्त नक्षत्र सुबह 9:25 तक रहेगा और उसके बाद चित्रा नक्षत्र लग जायेगा, जो काफी शुभ माना जाता है. इसके अलावा रवि योग सुबह 9:25 से लगेगा, जो सात सितंबर को सुबह 6:02 मिनट पर खत्म होगा. ऐसे में उदया तिथि को आधार मानते हुए हरतालिका तीज 6 सितंबर को मनाई जा रही है.
राहुकाल में ना करें पूजा
इस दिन सुहागन पति की अच्छी आयु और अच्छे स्वास्थ्य के लिए निर्जला व्रत रखती हैं. इसके अलावा कुंवारी लड़कियां योग्य पति की मनोकामना के साथ व्रत रखती हैं. इसे तप साध्य व्रत भी कहा गया है. उन्होंने कहा कि पुराणों के अनुसार माता पार्वती ने भगवान शिव को पति रूप में प्राप्त करने के लिए इस व्रत को किया था. उन्होंने बताया कि हरतालिका तीज की पूजा राहुकाल में कभी न करें. आजराहुकाल सुबह 10:45 बजे से दोपहर 12:19 बजे तक रहेगा.
हरतालिका तीज का पूजा मुहूर्त
हरतालिका तीज वाले दिन 6 सितंबर को पूजा का मुहूर्त सुबह 06:02 बजे से 08:33 मिनट तक है. इस समय में व्रती महिलाएं पूजा न कर पाएं, तो वह शाम को सूर्यास्त होने के बाद प्रदोष काल शुरू होने पर भी कर सकती हैं. इस दिन सूर्यास्त का समय 06:36 बजे बताया गया है. इस समय व्रती महिलाएं समूह में बैठकर हरतालिका तीज की व्रत कथा सुनती हैं. हरतालिका तीज के दिन अभिजीत मुहूर्त 11:54 बजे से दोपहर 12:44 मिनट तक है.
चर-सामान्य मुहूर्त- सुबह में 06:02 बजे से 07:36 बजे तक
लाभ-उन्नति मुहूर्त- सुबह में 07:36 बजे से 09:10 बजे तक
अमृत-सर्वोत्तम मुहूर्त- सुबह में 09:10 बजे से 10:45 बजे तक
शुभ-उत्तम मुहूर्त- दोपहर में 12:19 बजे से 01:53 बजे तक
चर-सामान्य मुहूर्त- शाम में 05:02 बजे से 06:36 बजे तक