हरितालिका तीज- बारसोई के अति प्राचीन प्रसिद्ध विष्णु मंदिर में हरितालिका तीज की कथा सुनने के लिए लगी सुहागिनों की भीड़ , बारसोई . अखंड सौभाग्यवती बने रहने के लिए बारसोई में सुहागिन महिलाओं ने शुक्रवार को श्रद्धा पूर्वक हरितालिका तीज व्रत मनाया. पति की लंबी उम्र के लिए सभी सुहागिनों ने निर्जला उपवास रखा. बारसोई के अति प्राचीन प्रसिद्ध विष्णु मंदिर में सभी सुहागिन महिलाएं शृंगार कर पहुंची. माता पार्वती व देवों के देव महादेव भगवान शिव की पूजा अर्चना की तत्पश्चात मंदिर के पुरोहित आचार्य रमेश पांडे के द्वारा कही गयी. हरितालिका तीज व्रत की कथा सुनी. इसको लेकर सुबह से ही विष्णु मंदिर में सुहागिन महिलाओं की भीड़ लगी रही. मंदिर के पुरोहित आचार्य रमेश पांडे ने कहा कि हरितालिका तीज व्रत भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करने के लिए समर्पित माना जाता है. उन्होंने कहा कि यह व्रत भाद्रपद माह की शुक्ल पक्ष तृतीया तिथि को मनाया जाता है. इस मौके पर सुहागिन महिलाएं व्रत रखती हैं. निर्जला उपवास रहती है और माता पार्वती व भगवान शिव की पूजा अर्चना करती है. उन्होंने कहा कि ऐसी मान्यता है कि माता पार्वती ने भगवान शिव से यह वरदान मांगा था कि जो सुहागिन महिलाएं हरितालिका तीज व्रत पर विधि विधान से पूजा अर्चना करती है. निर्जला उपवास रहती है. वह अखंड सौभाग्यवती होती है. कार्यक्रम को सफल बनाने में विष्णु मंदिर कमेटी के सदस्यों ने मुख्य भूमिका निभायी.
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