बड़हरिया. शाहबाज आलम हत्याकांड के हत्यारों तक पहुंचने के पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है. थानाध्यक्ष रुपेश कुमार वर्मा के नेतृत्व में पुलिस ने गुरुवार को छापेमारी के दौरान एक संदिग्ध को गिरफ्तार किया है. हालांकि पुलिस गिरफ्तार संदिग्ध के बारे में कुछ भी बताने से इनकार कर रही है. वहीं गुरुवार की रात में थाना क्षेत्र के विभिन्न इलाकों में पुलिस ने छापेमारी कर तीन लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया है व पूछताछ का दौर जारी है.वहीं हिरासत में लिये गये लोगों में एक थाना क्षेत्र के पड़वां गांव का व्यक्ति भी शामिल है, जिसके दरवाजे पर अपराधियों ने हत्या में स्कॉर्पियो को खड़ा कर दिया था. हत्या करने के बाद अपराधियों ने यह कहते हुए पड़वां में स्कॉर्पियो खड़ा किया था किया था कि उसका घर बन रहा है व दरवाजे पर जगह का अभाव है. इधर, शाहबाज आलम की कार की रेकी करने का मामला भी सामने आने के साथ लाइनर होने की बात भी कही जा रही है. पुलिस लाइनर को चिह्नित करने में जुटी है जो अपराधियों को शाहबाज के बारे-बारे में पल-पल की जानकारी दे रहा था. बताया जाता है कि बड़हरिया-मीरगंज मेन रोड में गुलरबगा व कैलगढ़ मिडिल स्कूल के बीच ही सुनसान जगह है,जहां आसानी से शाहबाज पर हमला किया जा सकता था. इस मार्ग में लकड़ी बाजार व त्रिलोकाहाता पुलिस पिकेट के बीच सुनसान जगह है और त्रिलोकाहाता से उसके घर गौसीहाता के बीच सुनसान जगह है. लेकिन उधर, अपरधियों के लिए शाहबाज पर गोलियां बरसाना आसान नहीं था.जिस तरह गोलियों की बौछार हुई थी,उससे भी तय है कि अपराधी उसे डराने-धमकाने नहीं, बल्कि हत्या कर देने की नीयत आये थे. शाहबाज बच जाता तो हमलावरों के लिए खतरा बन सकता था.बहरहाल, पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है . फॉरेंसिक टीम द्वारा घटनास्थल घटनास्थल से आवश्यक तथ्य भी ले गयी है.
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