संवाददाता, पटना पटना जंक्शन स्थित करबिगहिया के केंद्रीय रेलवे सुपरस्पेशयलिटी अस्पताल में भर्ती एक महिला मरीज को एक्सपायरड दवा खिलाने का आरोप लगा है. यह आरोप दानापुर मंडल के कियूल में कार्यरत असिस्टेंट लोको पायलट ने लगाया है. रेलकर्मी ने बताया कि उनकी पत्नी पूनम देवी का डेंगू से पीड़ित होने के बाद अस्पताल के महिला वार्ड में इलाज चल रहा था. इधर चिकित्सा निदेशक डॉ अशोक कुमार सिंह के निर्देश के बाद इन आरोपों की जांच शुरू हो गयी है. हालांकि मरीज के परिजनों की ओर से अस्पताल प्रशासन को अबतक कोई लिखित शिकायत नहीं मिली है. मरीज की हालत स्थिर है. अगस्त 2024 में एक्सपायरड हो गयी थीं दवाएं : दवा का फोटो दिखाते हुए परिजनों ने कहा कि उपचार के दौरान डेंगू संक्रमण का असर कम करने जो दवा दी गयी है उसकी एक्पायरी डेट अगस्त 2024 है. मरीज के परिजनों की ओर से आरोप है कि पांच सितंबर को भर्ती मरीज पूनम कुमारी को यह दवा अस्पताल की एक नर्स ने ही खिलायी. न तो दवा की पहले जांच की गयी और न मरीज को दवा खिलाते समय किसी ने इसे देखा. बाद में परिजनों ने दवा का रैपर देखा तो उसपर एक्सपायरी तिथि बीत चुकी थी. मरीज की तबीयत न बिगड़ जाए इसलिए इसकी शिकायत वार्ड के इंचार्ज व अन्य डाक्टरों से की तो उन्होंने मामले की जानकारी उच्चाधिकारियों को न देकर इसे दबाए रखा. इधर परिजनों की ओर से रेलवे यूनियन के एक नेता और सेवानिवृत्त कर्मी जफर अहसन को इसकी सूचना दी गयी. जफर अहसन ने मामले की शिकायत चिकित्सा निदेशक से की है जिसके बाद इन आरोपों की जांच शुरू हो गयी है. वहीं दूसरी ओर अस्पताल के चिकित्सा निदेशक डॉ अशोक कुमार सिंह का कहना है कि रेलवे के एक सेवानिवृत्त कर्मी के द्वारा इस मामले में शिकायत मिली है. जिस दवा को मरीज को दिया गया है उसकी जांच की जा रही है. हालांकि अभी तक लिखित शिकायत नहीं आयी है, जांच के बाद जो दोषी मिलेगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी.
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