रांची. केंद्रीय रक्षा राज्यमंत्री संजय सेठ ने कहा कि दिव्यांग भी समाज के अभिन्न अंग हैं. इन्हें राष्ट्र की मुख्यधारा से जोड़ने की जरूरत है. मैं झारखंड सरकार के एक ऐसे डीसी से मिला हूं, जो ब्लाइंड हैं, पर जिले का कार्यभार बखूबी निभाया. संजय सेठ शनिवार को हरमू मैदान में आयोजित दिव्य कला शक्ति मेला में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे. उन्होंने कहा कि मेले में दिव्यांगों द्वारा उत्पादित बेहतरीन वस्तुओं की प्रदर्शनी लगी है.
60 लाख रुपये का कारोबार
मेला का आयोजन दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय भारत सरकार तथा समेकित क्षेत्रीय कौशल विकास, पुनर्वास एवं दिव्यांगजन सशक्तीकरण केंद्र रांची द्वारा किया गया. इससे पूर्व एनडीएफडीसी के सीएमडी नवीन शाह ने कहा कि दिव्य कला मेला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन का परिणाम है. यह मेला देश के 18 राज्यों में लग चुका है और अब यह रांची में चल रहा है. विगत नौ दिनों में यहां लगभग 60 लाख रुपये का कारोबार हुआ है. महिला एवं बाल कल्याण विभाग झारखंड के निदेशक शशि प्रकाश झा ने भी अपने विचार रखे.
कलाकारों ने पेश किये गीत
कार्यक्रम में विभिन्न राज्यों से आये दिव्यांग कलाकारों ने गीत प्रस्तुत किये. इन्होंने अपनी सुरीली आवाज में श्री राम जानकी बैठे हैं मेरे सीने में…, बलम पिचकारी…, आदि गीतों की प्रस्तुति दी. इस दौरान सभी कलाकारों को पुरस्कृत किया गया. सीआरसी रांची के निदेशक सूर्यमनी सिंह ने भी संबोधित किया. कार्यक्रम में विधायक नवीन जायसवाल भी उपस्थित थे.
मेले में मिल रहे ये सामान
मेला स्थल में विभिन्न राज्यों के हस्तशिल्प, कला व उत्पादों की प्रदर्शनी सह बिक्री की जा रही है. इनमें महिलाओं की कुर्तियां, सलवार, बैग, पुरुषों के परिधान, सजावटी सामान, वाॅल हैंगिग, हस्तकला की वस्तुएं, कालीन तथा खाने पीने की चीजों की बिक्री हो रही है. रविवार को मेला का समापन होगा.
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