Bihar News: बिहार के अररिया जिला स्थित रानीगंज थाना क्षेत्र के पहुंसरा पंचायत स्थित हाटबाड़ी बहियार में वज्रपात से खेत में काम रहे एक मजदूर एक महिला व एक लड़की की मौत हो गयी. रविवार दिन के लगभग तीन बजे बारिश शुरू हुई थी. इसी क्रम में खेत में काम रहे एक मजदूर व घास काटने गयी एक महिला व एक बच्ची सहित अन्य चार लोग पानी पानी से बचने के लिए बहियार में ही बनी एक झोपड़ी में चले गये. इसी क्रम में झोपड़ी पर ही वज्रपात हो गयी, जिस कारण एक मजदूर, मां व बेटी की घटनास्थल पर ही मौत हो गयी. जबकि चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गये. वहीं झोपड़ी में खड़ी सात बकरियां भी झुलस कर मर गयीं.
घटनास्थल पर लोगों की काफी भीड़
घटनास्थल पर लोगों की काफी भीड़ जमा हो गयी. सड़क नहीं रहने के कारण शव को घटनास्थल से मुख्य सड़क तक लाने में लोगों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा. वज्रपात में मरने वालों में मजदूर बिजेंद्र राय (30) पिता लखीलाल राय, सुशीला देवी (35 ) वर्ष पति फेकू राय, खुशबू कुमारी (15) पिता फेकू राय शामिल हैं, वहीं घायलों में ओम राय (30) पिता परमानंद राय, पूनम कुमारी (16) पिता अबोद राय, रोशन कुमार (8) पिता जयकृष्ण राय मंजूला देवी ( 50) डोमन राय शामिल हैं. घटना के बाद सभी घायलों को स्थानीय लोगों की मदद से रानीगंज रेफरल अस्पताल लाया गया. जहां ओम राय व मंजूला देवी का इलाज रानीगंज रेफरल अस्पताल में चल रहा है. जबकि पूनम कुमारी व रोशन कुमार के नाजुक स्थिति को देखते हुए अररिया भेज दिया गया है.
पीड़ित परिजनों को मुआवजा देने की मांग
चिकित्सक के मुताबिक पूनम कुमारी की स्थिति काफी नाजुक बनी हुई है. तीनों मृतक व सभी घायल भोड़हा पंचायत के ठेकपुरा वार्ड संख्या 15 निवासी हैं. घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय मुखिया प्रतिनिधि मो बसीरउद्दीन, जमील उद्दीन उर्फ सुखानू, प्रमोद यादव, पूर्व पंसस रामदेव यादव आदि पहुंचकर पीड़ित परिजनों को सांत्वना दे रहे थे. मो बसीरउद्दीन ने प्रशासन से अविलंब पीड़ित परिजनों को मुआवजा देने की मांग की है. इधर सूचना पर रानीगंज पुलिस शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम में भेजने की प्रक्रिया में जुटी हुई थी.
अविलंब सरकारी मुआवजा दिया जायेगा
सीओ प्रियव्रत कुमार ने कहा कि कर्मचारी को जांच के लिए घटनास्थल पर भेज दिया गया है. अविलंब सरकारी मुआवजा दिया जायेगा. वहीं घटनास्थल पर हजारों से अधिक लोगों की भीड़ लगी थी. मृतक बिजेंद्र राय की पत्नी सुनीता व उनकी पुत्री के दहाड़ व क्रंदन से गांव का माहौल पूरी तरह गमगीन हो गया. पत्नी सुनीता का रो- रोकर बुरा हाल था. लोग उसे सांत्वना दे रहे थे. लेकिन उनके पति के मौत के आगे सांत्वना कुछ भी नहीं था. मौजूद सभी लोग पत्नी के चीत्कार से दहल गये थे.