भभुआ नगर. निर्धारित समय अवधि के बाद मुलाकातियों के मुलाकात कराने पर बाल सुधार गृह में प्रभारी अधीक्षक के पद पर तैनात मो एहसान उल हक निलंबित होंगे. प्रभारी अधीक्षक को निलंबित करने के लिए सहायक निदेशक बाल संरक्षण इकाई ने समाज कल्याण विभाग को पत्र लिखा है. लिखे गये पत्र में कहा गया है कि विगत 29 अगस्त को गृह प्रबंध समिति की बैठक में सुरक्षित स्थान यानी बाल सुधार गृह की समीक्षा की गयी. समीक्षा के क्रम में बिहार पुलिस अमित कुमार व होमगार्ड जाहिद अली सिद्दीकी द्वारा बताया गया कि 28 अगस्त को सुरक्षित स्थान कैमूर में दो बालिकाओं द्वारा मोबाइल के अतिरिक्त सिम कार्ड रखने का खुलासा हुआ, जो सामान के साथ अनधिकृत रूप से प्रवेश कराया गया था. साथ ही बताया गया कि शाम 5:15 बजे मुलाकाती कक्ष में बैठे रहने के क्रम में अमित कुमार बिहार पुलिस द्वारा दोनों बालिकाओं से पूछताछ की गयी. पूछताछ के दौरान संदेह होने पर बालिकाओं का नाम, मोबाइल और आधार कार्ड जांच की गयी, जांच में पाया गया कि बालिकाओं के पास जो आधार कार्ड है, वह गलत है. इतना ही नहीं बालिका के पास एक अलग से सिम कार्ड भी प्राप्त हुआ. साथ ही बालिकाओं द्वारा खाने के लिए खुला सामान भी बरामद हुआ. साथ ही कहा समीक्षा बैठक के बाद 29 अगस्त को स्पष्टीकरण की मांग की गयी, परंतु प्रभारी अधीक्षक मोहम्मद एहसान उल हक द्वारा स्पष्टीकरण का जवाब नहीं दिया गया. साथ ही बिना स्वीकृति के अवकाश पर चले गये, जहां 30 अगस्त को गृह माता द्वारा मोबाइल पर सूचना दी गयी, तो कहा गया कि प्रभारी अधीक्षक छुट्टी पर चले गये हैं. इसके बाद सुरक्षित स्थान का प्रभार एलपीओ सुनील कुमार यादव को दे दिया गया. वहीं, लिखे गये पत्र में कहा गया है कि दोनों गार्ड के बयान से यह स्पष्ट होता है कि निर्धारित समय के बाद प्रभारी अधीक्षक द्वारा बगैर जांच के बालिकाओं को सुरक्षित स्थान में प्रवेश दिलाया गया था, इसलिए प्रभारी अधीक्षक की निलंबन के लिए अनुशंसा की जाती है. इधर, इस संबंध में पूछे जाने पर सहायक निदेशक रंजन कुमार ने कहा निर्धारित समय के बाद दो बालिकाओं के मुलाकात कराने के मामले में बाल सुधार गृह के प्रभारी अधीक्षक को निलंबित करने के लिए कल्याण विभाग को पत्र भेजा गया है.
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