Madhubani News. बिस्फी. प्रखंड क्षेत्र के परसौनी, बजरहा, ईटहर के दो दर्जन से अधिक रैयत किसानों ने जमीन संबंधित सर्व कार्यों में आ रही समस्या को लेकर संयुक्त रूप से हस्ताक्षर कर सीओ निलेश कुमार को आवेदन दिया है. आवेदन में रैयतों ने कहा है कि रसीद काटने पर रसीद में सिर्फ जमाबंदी व कब्ज़ा दर्शाया जा रहा है. जबकि सर्वे अधिकारियों द्वारा रकवा, खाता खेसरा और प्रत्येक खेसरा के साथ रकबा की मांग की जा रही है. पुराना खतियान लगभग 80 प्रतिशत रैयत के पास नहीं है. सिर्फ रसीद कट रहा है. जबकि रसीद की उक्त स्थिति बताई जा रही है. दरभंगा में सरकार के राजस्व कार्यालय में कोई भी सबूत उपलब्ध नहीं हो पा रहा है. दाखिल खारिज राजस्व कर्मचारी द्वारा नहीं किया जा रहा है. जबकि सर्वे अधिकारी नई रसीद की मांग कर रहे हैं. रैयत जो राजस्व दे रहे हैं और किसी जमीन का राजस्व बिहार सरकार ले रही है. इसकी जानकारी खाता खेसरा जमाबंदी व रकबा के साथ परिमार्जित की जाए. कई रैयत का दो से चार साल पहले का लगान रसीद काटा हुआ है. लेकिन वर्तमान में रसीद काटने पर 20-20 साल का बकाया राजस्व की मांग की जा रही है. राजस्व कर्मचारियों द्वारा रैयत को सहयोग नहीं की जा रही है.
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