इंडियन एसोसिएशन ऑफ फिजियोथेरेपिस्ट्स (आईएपी) महिला प्रकोष्ठ और मणिपाल फिजियोथेरेपी सेंटर के तत्वावधान में विश्व फिजियोथेरेपी दिवस पर एसएम कॉलेज में महिला स्वास्थ्य पर सेमिनार महिला जन मंच का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का उद्घाटन प्राचार्य डॉ मुकेश सिंह, मुख्य अतिथि जेएलएनएमसीएच जैव रसायन विभाग की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ रोली भारती एवं विशिष्ट अतिथि आइएपी के संयोजक डॉ प्रणव कुमार ने किया.
डॉ रोली भारती ने कहा कि हर महिला के जीवन के विभिन्न चरणों में अलग-अलग स्वास्थ्य समस्याएं होती हैं और फिजियोथेरेपी उनके उपचार और पुनर्वास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है. महिलाओं को अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक होना चाहिए और सही समय पर फिजियोथेरेपिस्ट से परामर्श करना चाहिए. प्राचार्य डॉ. मुकेश सिंह ने कहा फिजियोथेरेपी हमारे मस्कुलोस्केलेटल, न्यूरोलॉजिकल और व्यवहारिक समस्याओं के इलाज में अत्यधिक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है. महिलाओं को अपने शारीरिक स्वास्थ्य के साथ-साथ मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य पर भी ध्यान देना चाहिए.
कार्यक्रम का मंच संचालन आईएपी महिला प्रकोष्ठ, भागलपुर शाखा की समन्वयक डॉ करिश्मा ने किया. कार्यक्रम में 70 से अधिक छात्राएं और शिक्षिकाएं उपस्थित थीं. महिला स्वास्थ्य विशेषज्ञ फिजियोथेरेपिस्ट डॉ प्रीति ने पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से सेमिनार का संचालन किया. उन्होंने महिलाओं को उनके स्वास्थ्य से संबंधित समस्याओं के प्रति जागरूक किया और बताया कि फिजियोथेरेपी के माध्यम से इन समस्याओं का समय रहते कैसे निदान और उपचार किया जा सकता है. कार्यक्रम में डॉ. राजीव कुमार, डॉ अमित कुमार और पल्लवी सिंह का विशेष योगदान रहा.
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