-कालाजार प्रभावित प्रखंडों में होगा घोल का छिड़काव
-रोग से बचाव के लिए छिड़कावकर्मियों को दी ट्रेनिंगमुजफ्फरपुर.
कालाजार उन्मूलन को लेकर स्वास्थ्य विभाग सिंथेटिक पैराथायराइड का छिड़काव करायेगा. इस दौरान छिड़काव कर्मी लक्षण वाले कालाजार मरीजों की खोज करेंगे. यह अभियान कुल 60 दिनों तक चलेगा. जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ सुधीर कुमार ने बताया कि दवा छिड़काव अगले माह से होगा. इसके लिए पीएचसी प्रभारियों से माइक्रो प्लान मांगा गया है. इससे पहले आम जनता के बीच व्यापक प्रचार-प्रसार होगा, ताकि वे अपने घरों में छिड़काव कराने के लिए निर्धारित तिथि को सक्रिय सहयोग दें. छिड़काव से दो दिन पहले जिले के प्रत्येक आक्रांत प्रखंडों में माइकिंग से छिड़काव की तिथि एवं छिड़काव पूर्व घरेलू स्तर पर की जाने वाली तैयारी तथा छिड़काव से होने वाले लाभ एवं कालाजार रोग के लक्षण, उपचार एवं बचाव संबंधी जानकारी दी जाएगी. छिड़काव कार्य योजना के अनुसार सभी कालाजार प्रभावित गांवों के सभी घरों, गोशालाओं में दवा का छिड़काव कराया जाना है. गुणवत्तापूर्ण छिड़काव की दृष्टि से पर्यवेक्षण जरूरी है. प्रखंडस्तर पर विभिन्न स्तर के पदाधिकारियों के द्वारा पर्यवेक्षण सुनिश्चित किया जायेगा. पीएचसी के प्रभारी, आयुष चिकित्सक एवं अन्य कर्मचारी के बीच प्रभावित गांव को आवंटित कर अपनी उपस्थिति में पर्यवेक्षण कराएंगे.जनप्रतिनिधियों का भी सहयोग लिया जायेगा
वेक्टर जनित रोग सलाहकार सुधीर कुमार ने बताया कि इस अभियान में स्वास्थ्य कर्मियों के साथ-साथ जनप्रतिनिधियों का भी सहयोग लिया जायेगा. जनप्रतिनिधि अपने-अपने क्षेत्र में लोगों को जागरूक करने का काम करेंगे. छिड़काव से पूर्व स्वास्थ्य विभाग के द्वारा माइकिंग से लोगों को सूचना दी जायेगी तथा प्रचार-प्रसार किया जायेगा. इसके साथ बैनर-पोस्टर से समुदाय को जागरूक किया जायेगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है