टंडवा. पुलिस ने एक सप्ताह पूर्व हुए अपहरण व ब्लाइंड मर्डर का खुलासा करते हुए दो महिला सहित आठ लोगो को गिरफ्तार किया हैं. साथ ही अपहरण व हत्या की घटना में प्रयुक्त एक देसी सिक्सर पिस्टल व देशी कट्टा, सिंगल सॉट का दो देसी कट्टा, चार राउंड जिंदा गोली, हत्या में प्रयुक्त एक चाकू, हत्याकांड के वक्त पहना हुआ कपड़ा, अपहरण की घटना में प्रयुक्त एक अर्टिगा कार सहित अपहरण के समय लूटी गयी स्विफ्ट डिजायर कार को बरामद किया है. यह जानकारी एसपी विकास कुमार पांडेय ने टंडवा थाना परिसर में सोमवार को प्रेस कांफ्रेंस कर दी. उन्होंने बताया कि 29 अगस्त को कोडरमा जाने के क्रम में धनगड्डा के रक्शी गांव के दो युवकों के अपहरण कर चाकू मार दिया गया था. दोनो को मरा समझ कर कोडरमा के लठभैया जंगल में फेंक दिया था. गोली लगने से हेमराज की मौत हो गयी थी. वहीं आकाश घायल था. आकाश का गांव के ही एक पड़ोसी की लड़की के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा था. उसकी प्रेमिका के पिता को इसकी जानकारी मिल गयी. आकाश की प्रेमिका के पिता ने ही इस पूरे ब्लाइंड मर्डर केस की मिस्ट्री लिखी थी. आकाश के प्रेमिका के पिता के कहने पर धनु पासवान ने अपनी पत्नी चाहत प्रवीण से एक फर्जी व्हाट्सएप व इंस्टाग्राम अकाउंट बनाया था. जिससे चाहत व रुचि उर्फ दिया ने साथ मिलकर आकाश को हनीट्रैप में फंसाकर घटना को अंजाम दिया. एसपी ने कहा कि घटना के दिन हेमराज मुंबई से लौट रहे अपने पड़ोसी को रिसिव करने के लिए स्विफ्ट डिजायर कार लेकर धनगड्डा से कोडरमा जा रहा था. इस बीच उसका दोस्त आकाश पासवान भी उसके साथ जाने की इच्छा जताया. बरही के पंप से कार मे सीएनजी गैस डलाकर दोनों युवक वापस हजारीबाग के डेमोटांड़ पहुंचे थे. आकाश के कहने पर हेमराज कोडरमा जाने के बजाय हजारीबाग के डेमोटांड़ पहुंच गया. आकाश हनी ट्रेप में शामिल चाहत प्रवीण व रूची उर्फ दीया से मिलने के लिए पहुंचा था. जहां मिलने के बाद दोनों युवकों को अगवा किया गया. छापामारी टीम में एसडीपीओ प्रभात रंजन बरवार, थाना प्रभारी अनिल उरांव, पिपरवार थाना प्रभारी प्रशांत मिश्रा, एसआई नवीन चंद्र सिंह, सुनील कुमार सिंह, रामजी सिंह, विनोद उपाध्याय, संगीता मिंज, शंकर सिंह समेत कई जिला बल के जवान शामिल थे.
ये हुए गिरफ्तार
हजारीबाग के कटकमदाग थाना क्षेत्र के डामूडीह गांव निवासी राजा कुमार साव, मो कासिफ, सिरसी गांव निवासी नीरज कुमार सिंह, चौपारण थाना क्षेत्र के ताजपुर गांव निवासी अमित कुमार उर्फ गोलू, कोर्रा थाना क्षेत्र के दीपूगड़ा निवासी धनु पासवान उर्फ प्रवीण पासवान, हजारीबाग सदर थाना क्षेत्र के धोबी गली निवासी चाहत प्रवीण व डेमोटांड निवासी रुचि कुमारी उर्फ दिया साहू, धनगड्डा निवासी दीपक साव शामिल हैं.
डीएसपी के बेटे ने रची थी साजिशहत्याकांड मामले का मास्टरमाइंड रिटायर्ड डीएसपी का बेटा धनु पासवान उर्फ प्रवीण पासवान निकला. प्रवीण ने ही आकाश के प्रेमिका के कहने पर अपहरण व हत्याकांड की पूरी पटकथा लिखी थी. जिसके जाल में दोनों दोस्त आकाश व हेमराज फंस गये. दोनों युवकों का अपहरण किया गया. पैसे की भी मांग की गयी. दोनों युवकों ने अपने-अपने घर से एक-एक लाख रूपया फिरौती की रकम मंगवाकर देने की बात कही. जिसपर अपहरणकर्ता राजी हो गये थे. परिवार वाले पांच-दस हजार कर के चालीस हजार रूपये फिरौती के तौर पर दिये. फिरौती की रकम भेजना बंद किया, वैसे ही अपहरणकर्ताओं ने दोनों युवकों को मारकर कोडरमा के लठभैया जंगल में फेंक दिया था.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है