कोलकाता. एसएससी युवा छात्र अधिकार मंच ने हाइकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश टीएस शिवगणनम से हस्तक्षेप की मांग करते हुए मंगलवार को एक ज्ञापन सौंपा. शाम करीब 4:30 बजे मंच के छह सदस्यों का एक प्रतिनिधिमंडल कोर्ट पहुंचा, लेकिन मुख्य न्यायाधीश से मुलाकात नहीं हो सकी. मंच की ओर से यह ज्ञापन कोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल को सौंपा गया है. मंच के सदस्यों ने आरोप लगाया कि न्यायाधीश विश्वजीत बोस ने इस मामले की सुनवाई के दौरान उनलोगों का बयान बिना सुने ही स्टे ऑर्डर का फैसला दे दिया. यही कारण है कि वे लोग इस मामले में मुख्य न्यायाधीश से हस्तक्षेप की मांग कर रहे हैं. उल्लेखनीय है कि एसएल-एसटी वर्ष 2016 से नौकरी की मांग कर रहे हैं, लेकिन कई कारणों की वजह से यह मामला अटक गया है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है