गया. जिले में डायल 112 वाहन के लिए तैनात किये गये 182 ड्राइवर लगातार दूसरे दिन बुधवार को हड़ताल पर रहे और थानाध्यक्षों सहित पुलिस लाइन में संबंधित पदाधिकारियों के द्वारा किये जानेवाले दुर्व्यवहार को लेकर रोष जताया. हालांकि, इस घटना को पुलिस मुख्यालय ने गंभीरता से लिया और पटना में स्थित डायल 112 के कंट्रोल ऑफिस से अपर पुलिस अधीक्षक (एएसपी) एसके रॉय हड़ताल पर गये 182 ड्राइवरों से वार्ता कर मामले को सुलझाने का निर्देश दिया. बुधवार की दोपहर बाद पटना मुख्यालय से एएसपी एसके रॉय गया पहुंचे और डीएसपी मुख्यालय सुबोध कुमार सिन्हा के साथ पुलिस लाइन पहुंचे और वहां हड़ताल पर गये ड्राइवरों से मुलाकात की और बारी-बारी से उनकी समस्याओं को सुना. मौके पर मौजूद ड्राइवर सुनील सिंह सहित अन्य ने एएसपी से कहा कि डायल 112 के ड्राइवरों को इमरजेंसी सेवा को छोड़ कर बालू माफियाओं, शराब के अड्डों व अपराधियों की गिरफ्तारी में लगाया जा रहा है, जबकि डायल 112 को पटना मुख्यालय से सूचना मिलते ही संबंधित स्थान पर पहुंचना और नियमानुकूल काम करना है, लेकिन संबंधित थानाध्यक्षों के द्वारा उन्हें मूल कामकाज से हटा कर अन्य कामकाज में ड्यूटी करायी जा रही है. ऐसी ही बातों का विरोध करने पर छह-सात ड्राइवरों का पेमेंट रोक दिया गया है. एएसपी ने उन ड्राइवरों का नाम नोट किया, जिनका-जिनका पेमेंट रोका गया है और उनका पेमेंट रिलीज कराने की बात कही. साथ ही एएसपी ने सभी ड्राइवरों को निर्देश दिया कि अगर उन्हें मूल कामकाज के अलावा किसी दूसरे स्थान पर ड्यूटी में लगाया जाता है, तो उन्हें तुरंत सूचना दें. तुरंत कार्रवाई की जायेगी. डायल 112 पुलिस वाहन के ड्राइवरों की हर बातों को एएसपी ने गंभीरता से सुना और उसे अपने डायरी में नोट भी किया. साथ ही ड्राइवरों की डिमांड से संबंधित एक लिखित आवेदन भी लिया और उन्हें आश्वासन दिया कि पुलिस मुख्यालय में डायल 112 से संबंधित वरीय पुलिस पदाधिकारियों के समक्ष उनकी हर बातों को रख दिया जायेगा. एएसपी के आश्वासन पर हड़ताल पर गये डायल 112 पुलिस वाहन के ड्राइवरों ने हड़ताल को समाप्त करने की घोषणा की और बुधवार की शाम चार बजे से सभी ड्राइवर अपने-अपने कामकाज पर लौट आये.
ड्राइवरों के लिए एसएसपी ने जारी किया नया निर्देश
इधर, एसएसपी आशीष भारती ने बुधवार को जारी बयान में बताया है कि डायल 112 वाहन पर तैनात ड्राइवर, पुलिस पदाधिकारी व सिपाही अपनी-अपनी ड्यूटी पर जाने से पहले व ड्यूटी से आने के बाद संबंधित थाना में उपस्थिति पंजी में समय व तिथि अंकित करते हुए अपना हस्ताक्षर बनायेंगे. थानाध्यक्ष व अन्य वरीय पदाधिकारी निरंतर मॉनीटरिंग करेंगे और लापरवाही की रिपोर्ट देंगे. एसएसपी ने बताया कि डायल 112 की सेवा एक बार फिर सक्रियता के साथ चालू हो गयी है. गया पुलिस आपातकालीन सेवा के उच्चतम मानकों पर बनाये रखने के लिए प्रतिबद्ध है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है