पकरीबरावां. बुधवार को डीएम आशुतोष कुमार वर्मा ने विभिन्न कार्यालयों का निरीक्षण किया. इस दौरान कई कर्मी गायब मिले. जानकारी के अनुसार, डीएम ने प्रखंड मुख्यालय स्थित प्रखंड विकास पदाधिकारी कार्यालय, अंचल कार्यालय, आरटीपीएस, मनरेगा कार्यालय सहित बाल विकास परियोजना कार्यालय व बीआरसी कार्यालय का औचक निरीक्षण किया. डीएम के अचानक ब्लॉक परिसर में पहुंचते ही प्रखंड क्षेत्र के अधिकारियों में हड़कंप मच गया. इस दौरान जिला पदाधिकारी ने सभी कार्यालयों के कई आवश्यक दस्तावेजों सहित उपस्थिति पत्रक आदि की जांच की. वहीं, गायब मिले कर्मियों के विरुद्ध कारण बताओ नोटिस देने का निर्देश प्रखंड विकास पदाधिकारी मृत्युंजय कुमार को दिया. उन्होंने प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय पहुंचकर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी पकरीबरावां के नहीं आने की जानकारी ली. जिस पर बताया गया की तीन जगह पर प्रभार है. इस पर उन्होंने कहा कि सूची के माध्यम से प्रकाशित करें कि प्रखंड में किस दिवस पर शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय में मौजूद रहेंगे. तद उपरांत वे बाल विकास परियोजना कार्यालय भी पहुंचे और उपस्थिति पत्रक एवं रख-रखाव सहित भवन की स्थिति का जायजा लिया. जैसे ही जिला पदाधिकारी बाल विकास परियोजना कार्यालय से बाहर आये कि सकड़ों लोगों ने एक-एक कर अपनी-अपनी शिकायत की. इसमेे सबसे अधिक मोटेशन के लंबित होने की शिकायत की गयी. वहीं, सर्वे के लिए आवश्यक कागजात सहित जिस प्रक्रिया से सर्वे का कार्य पूर्ण कराया जायेगा, उसकी जानकारियों के लिए कार्यालय का महीनों दिन से चक्कर काटने के बाद भी कर्मी के दर्शन नहीं होने की शिकायत की. जिस पर उन्होंने सीओ राजेश कुमार को निर्देश देते हुए कहा की सप्ताह में तीन दिन मुख्यालय में मौजूद रहने व किस तिथि को मौजूद होंगे, उसकी लिखित सूचना प्रकाशित करने का निर्देश दिया. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पकरीबरावां में मात्र एक चिकित्सक थे मौजूद डीएम ने प्रखंड मुख्यालय स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पकरीबरावां पहुंचे, जहां उन्होंने प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को अपने कार्यालय में अनुपस्थित पाया. जिस पर लोगों ने जानकारी की वह कोर्ट में गवाही के लिए गये हैं. इसके बाद उन्होंने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के विभिन्न व्यवस्थाओं आदि का जायजा लिया. उन्होंने निरीक्षण के दौरान पाया कि स्वास्थ्य केंद्र में मात्र एक चिकित्सक डॉक्टर रतन कुमार गुप्ता मौजूद दिखे. शेष चिकित्सक स्वास्थ्य केंद्र में अनुपस्थित पाये गये. इसके अलावा स्वास्थ्य केंद्र में कार्यरत कर्मियों की उपस्थिति पंजी आदि की जांच की. मौके पर उन्होंने बीसीएम विश्वजीत देवगन को कड़ी डांट फटकार लगाते हुए कई आवश्यक निर्देश भी दिये. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के शौचालय पर स्त्री व पुरुष अंकित किये जाने का निर्देश दिया. लोगों ने शिकायत की कि स्वास्थ्य केंद्र के भीतर एक्स-रे वर्षों से बंद पड़े हैं, प्रसूति महिला को रसोई का लाभ नहीं दिया जा रहा है. और स्वास्थ केंद्र में अवैध तरीके से वाहनों का पड़ाव है. जिस पर उन्होंने कहा की स्वास्थ्य केंद्र में जो जांच कार्य बंद है. उसके लिए संबंधित अधिकारियों को जांच का निर्देश दिया जा रहा है, ताकि जल्द से जल्द जांच कार्य शुरू किया जा सके. उन्होने अवैध वाहनों के पड़ाव को लेकर सीओ राजेश कुमार व बीडीओ मृत्युंजय कुमार को सामूहिक तरीके से जांच कर थाना के माध्यम से वाहन को जब्त करते हुए जुर्माना लगाने का निर्देश दिया. श्मशान घाट की जमीन पर अनुमंडल कार्यालय बनाने की शिकायत जिला पदाधिकारी के कार्यालय निरीक्षण के दौरान पकरी गांव के दर्जनों ग्रामीणों ने डीएम से श्मशान घाट की जमीन पर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी का कार्यालय बनाये जाने की शिकायत की. जिस पर उन्होंने तत्काल अंचल अधिकारी राजेश कुमार से मामले की जानकारी ली. सीओ ने बताया कि जिस जमीन पर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी का कार्यालय बनाया जा रहा है. वह बिहार सरकार का है. 2019 में ही उक्त जमीन को अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी कार्यालय के लिए आवंटित कर दिया गया है, जबकि श्मशान घाट की जमीन निर्माण कार्य से मुक्त है. जिस पर ग्रामीणों ने श्मशान घाट की जमीन को मापी कराकर मुक्त कर दिये जाने की मांग की.
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