सीपी सिंह, बोकारो, बोकारो जिला औद्योगिक गतिविधि के लिए जाना जाता है. सेल, कोल इंडिया, ओएनजीसी, डीवीसी, वेदांता, इलेक्ट्रोस्टील समेत कई कंपनियों के अलावा एमएसएमई (माइक्रो, स्माल एंड मीडियम एंटरप्राइज) की 490 इकाइयां रजिस्टर्ड हैं. इसे देखते हुए जिले में करीब 15 साल से टेक्नोलॉजी सेंटर बनाने की बात भी हो रही थी. अब इसका इंतजार खत्म हो गया. जिला के जरीडीह प्रखंड केंदुआडीह में टेक्नोलॉजी सेंटर निर्माण का शिलान्यास हो गया. केंद्रीय एमएसएमइ मंत्री जीतनराम मांझी ने शिलान्यास किया. 20.46 एकड़ जमीन पर केंद्र का निर्माण होगा. गौरतलब है कि 24 जनवरी 2020 को एमएसएमई के सचिव डॉ अरुण कुमार पंडा ने प्रस्तावित जगह का निरीक्षण किया था और स्थल को हर तरह से बेहतर बताया था. साथ ही जियाडा को जमीन का प्रस्ताव बनाकर भारत सरकार को भेजने का निर्देश भी दिया गया था. प्रस्तावित राशि केंद्र सरकार की ओर से खर्च की जानी है.
ये होगा फायदा
टेक्नोलॉजी सेंटर बनने से छोटे-बड़े सभी उद्यमियों को फायदा होगा. जो उद्यमी भारी मशीन स्थापित कराने में सक्षम नहीं हैं, उन्हें भी मशीन का लाभ मिल सकता है. दरअसल, इसमें सभी तरह की मशीन होती है, जिसका इस्तेमाल कारोबारी कर सकते हैं. बताते चलें कि जियाडा क्षेत्र में स्थित इकाईयों में सीएनसी (कंप्यूटराइज न्यूमेरिकल कंट्रोल) मशीन, हाईटेक कैलीबरेशन, मेटल टेस्टिंग, रि-हिटिंग जैसी सुविधा नहीं है. मेटल टेस्टिंग के लिए कारोबारी को कोलकाता जाना होता है. इस कारण कारोबार प्रभावित होता है. इतना ही नहीं टूल्स रूम में आठवीं पास से लेकर आइटीआइ, इंजीनियरिंग ग्रेजुएट, स्नातक व डिप्लोमा आदि के पाठ्यक्रम भी शामिल किये जा सकते हैं, इससे प्रशिक्षुओं के लिए रोजगार के अवसर खुलते, जिससे करीब 1500 से 2000 प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रोजगार का सृजन भी होगा.
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