Rourkela News: आलू की आवक सामान्य होने के बावजूद शहरवासियों को यह 33 रुपये प्रति किलो के दर से ही मिल रहा है. जबकि थोक में आलू 2600 रुपये क्विंटल के हिसाब से बेचा जा रहा है. विक्रेता उपभोक्ताओं को आलू सात रुपये प्रति किलो के लाभ पर उपलब्ध करा रहे हैं. बावजूद इसके सिविल सप्लाई कार्यालय की ओर से इसकी मॉनिटरिंग नहीं हो रही है. पिछले दिनों आलू की आवक कम होने से इसके दाम में बेतहाशा व़ृद्धि हुई थी. नतीजतन आलू का मूल्य 45 से 50 रुपये तक चला गया था. जिसके बाद सरकार की ओर से पहल करते हुए सरकारी राशन दुकानों के जरिये 33 रुपये प्रति किलो की दर से आलू मुहैया कराया गया था. पश्चिम बंगाल से आलू की आवक ना के बराबर होने के कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई थी. लेकिन अब थोक विक्रेता बता रहे हैं कि आलू की आवक सामान्य हुई है.
उपभोक्ताओं को नहीं मिल रहा आलू की कीमतें घटने का लाभ
डेली मार्केट में आलू-प्याज के थोक विक्रेता दिलीप साहू बताते हैं कि आलू अभी 2600 रुपये प्रति क्विंटल की दर से थोक में बेचा जा रहा है. अमूमन खुदरा बाजार और थोक बाजार में आलू की कीमतों में 4 से 5 रुपये का अंतर होता है, लेकिन स्मार्ट सिटी में यह अंतर सात रुपये तक है. आलू की कीमतों में कमी के बावजूद इसका कोई खास लाभ आम उपभोक्ताओं को नहीं मिल रहा है. राज्य सरकार जिस दर पर आलू उपलब्ध करा रही थी, उसी दर को अब कायम कर दिया गया है और 33 रुपये के दर से खुदरा में बिक रहा है.
हरी सब्जियां भी महंगी, फूलगोभी व शिमला मिर्च 80 रुपये किलो
मॉनसूम में बारिश का दौर थमने के बाद भी सब्जी बाजार में तेजी बरकरार है. लौकी व खीरा को छोड़ दें, तो कोई भी सब्जी 40 रुपये प्रति किलो से कम में नहीं मिल रही है. शहर के सब्जी बाजार में वर्तमान फूलगोभी व शिमला मिर्च 80 रुपये प्रति किलो में बिक रही है. जबकि अन्य सब्जियों की कीमत 40 से लेकर 60 रुपये के बीच है.
राउरकेला में सब्जियों की कीमत (प्रति किलो रुपये में)
भिंडी-40, बरबट्टी-40, करेला-40, टमाटर-50, खीरा-20, नेनुआ-30, बैंगन-40, लौकी-10 रुपये (प्रति पीस), शिमला मिर्च-80, परबल-60, खेक्सा-60, फूलगोभी-80, पत्ता गोभी-40, मूली-40.
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