Rourkela News: लाठीकटा के नुआगां की बलानी पंचायत में 10 सितंबर को करंट की चपेट में आने से मादा हाथी की मौत के मामले में वन विभाग ने गुरुवार को एक गिरफ्तारी की है. आरोपी की पहचान चंद्रमणि राणा के रूप में की गयी है. वह नुआगां इलाके में स्थित उस ईंट भट्ठा का कर्मचारी है, जहां 11 केबी का अवैध बिजली कनेक्शन लिया गया है. इसी अवैध बिजली कनेक्शन की चपेट में आने से मादा हाथी की मौत हो गयी थी. घटना के बाद से ही ईंट भट्ठा का मालिक फरार बताया जा रहा है. उसे पकड़ने की कोशिशें जारी हैं. दो दिन पहले हुई इस घटना को लेकर डीएफओ जसवंत सेठी ने गुरुवार को अपने कार्यालय में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर बताया कि मादा हाथी की मौत बिजली विभाग की लापरवाही का नतीजा है. अगर यह अवैध बिजली कनेक्शन नहीं होता, तो संभवत: हाथी की मौत नहीं होती. हाथी भोजन की तलाश में निकला था और करंट की चपेट में आ गया.
राज्य में 12 दिनों के अंदर पांच हाथियों की हुई मौत
राज्य में हाथियों के लिए पिछले कुछ दिन बेहद खराब रहे हैं. आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 12 दिनों के अंदर पांच हाथियों की मौत हो गयी है. यह पर्यावरण संतुलन के लिए एक बहुत बड़ा खतरा बन गया है. अकेले राउरकेला फॉरेस्ट रेंज में ही इस साल दो हाथियों की मौत हो चुकी है.
झुंड से बिछड़कर करंट की चपेट में आया था हाथी
डीएफओ ने बताया कि भोजन की तलाश में कुल 28 हाथियों का झुंड निकला था. एक मादा हाथी झुंड से अलग हो गयी थी. जिसके बाद वह इस अवैध कनेक्शन की चपेट में आयी और करंट लगने से उसकी मौत हुई.
2009 से बिजली का अवैध कनेक्शन लेकर चल रहा है ईंट भट्ठा
डीएफओ ने कहा कि इलाके में 2009 से बिजली का अवैध कनेक्शन लेकर ईंट भट्ठा चलाया जा रहा था. इंतियाज आलम इस भट्ठे का संचालक है और हुकिंग कर 11 केबी का कनेक्शन लिया गया था. जिस तार से कनेक्शन लिया गया था, उसमें जगह-जगह प्लास्टिक उखड़कर सिल्वर दिखायी दे रहा है. तार में 11 केबी करंट होने के कारण इसकी चपेट में आकर हाथी की मौत हुई.
भुवनेश्वर से जांच करने आयी थी टीम
इस घटना के बाद जांच के लिए भुवनेश्वर से टीम आयी थी. टीम ने जांच के बाद अपनी रिपोर्ट शीर्ष अधिकारियों को सौंपी है. आगे की कार्रवाई की जा रही है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है