आरजी कर कांड. लाइव प्रसारण पर अटकी बात, नहीं हो सकी डॉक्टरों के साथ वार्ता कोलकाता. आरजी कर कांड की पीड़िता को न्याय दिलाना ही हमारा उद्देश्य है. हम चाहते हैं कि उसे न्याय मिले. इसके लिए यदि मुझे इस्तीफा भी देना पड़े, तो मैं तैयार हूं. मुझे मुख्यमंत्री पद का कोई मोह नहीं है. हमारी सरकार चाहती है कि मामले में न्याय मिले और यहां स्वास्थ्य सेवाओं का संचालन सुचारू रूप से हो. ये बातें मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को संवाददाता सम्मेलन कहीं. उन्होंने कहा कि हमने जूनियर डॉक्टरों को मनाने के लिए हर संभव प्रयास किया. हम उनसे खुले मन से बातचीत करने के लिए तैयार थे, लेकिन वह बैठक में नहीं आये. सीएम ने कहा कि राज्य सरकार विगत तीन दिनों से आंदाेलनकारी डॉक्टरों को बातचीत के लिए आमंत्रित कर रही है. वह खुद रोजाना दो-दो घंटे उनका इंतजार करती रहीं. गुरुवार को भी मुख्य सचिव ने जूनियर डॉक्टरों के 15 प्रतिनिधियों को बैठक में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया था. इसके बावजूद उनके 34 प्रतिनिधि यहां पहुंचे थे. हमने सभी को बैठक में शामिल होने की मंजूरी दी, लेकिन उसके बाद भी वे बैठक में नहीं आये. मुख्यमंत्री ने कहा : गतिरोध दूर करने के लिए राज्य सरकार अपनी तरफ से जो कुछ भी कर सकती थी, उसने किया. पर हमारे सभी प्रयास विफल रहे. इसलिए मैं अब राज्य, देश व पूरी दुनिया के लोगों से हाथ जोड़ कर माफी मांगती हूं. इससे अधिक हम और कुछ नहीं कर सकते. साथ ही मुख्यमंत्री ने जूनियर चिकित्सकों को सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार काम पर लौटने का आह्वान किया.
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