Which is better? गुड़, शक्कर, शहद और कोकोनट शुगर यह चारों ही चीजें खाने को मीठा और स्वादिष्ट बनाने में काम आती है लेकिन यह बात काफी प्रचलित है कि सफेद शक्कर से ज्यादा गुड़, शहद,और कोकोनट शुगर हेल्दी होते हैं, तो चलिए जानते हैं इस बात में कितनी सच्चाई है.
Which is better? क्या कहते हैं डॉक्टर?
इस गंभीर मुद्दे पर चिकित्सकों की राय जाने तो वह यह कहते हैं कि शक्कर, गुड़, कोकोनट शुगर और शहद यह चारों चीजें एक जैसी होती है और इनका सेवन करने के बाद शरीर में जाकर यह ग्लूकोज में तब्दील हो जाती है और रक्त शर्करा स्तर को बढ़ाती है.
Jaggery : गुड़
शक्कर और गुड़ दोनों ही पदार्थ गन्ने के रस से बनाए जाते हैं बस अंतर इतना होता है कि गुड़ को कम प्रोसैस्ड किया जाता है और शक्कर को ज्यादा.
Honey : शहद
शहद फूलों के रस से बनता है और यह भी काम प्रोसैस्ड होता है शहद में एंटीऑक्सीडेंट, मिनरल्स, विटामिन और जरूरी एंजाइम्स पाए जाते हैं.
क्या गुड़ शक्कर से बेहतर विकल्प होता है ?
शक्कर और गुड़ दोनों ही पदार्थ गन्ने के रस से बनाए जाते हैं बस अंतर इतना होता है कि गुड़ को कम प्रक्रिया किया जाता है और शक्कर को ज्यादा. दोनों ही शरीर में जाके ग्लूकोस में बदल जाते हैं और शुगर लेवल बढ़ाते हैं.
Coconut Sugar : कोकोनट शुगर
कोकोनट शुगर का ग्लाईसेमिक इंडेक्स शहद और गुड़ के ग्लाईसेमिक इंडेक्स से कम होता है, इसीलिए इनके सेवन से रक्त शर्करा स्तर धीमे-धीमे बढ़ता है. कोकोनोट शुगर का ग्लाईसेमिक इंडेक्स 35 से 54 के बीच में होता है जबकि गुड़ का और शहद का ग्लाईसेमिक इंडेक्स 50 से 60 के बीच होता है.
White Sugar : सफेद शक्कर
सफेद शक्कर का ग्लाईसेमिक इंडेक्स 65 होता है और यह सबसे ज्यादा होता है इसीलिए सफेद शक्कर के सेवन के बाद रक्त शर्करा स्तर बहुत तेजी से बढ़ता है और इसका सेवन शरीर के लिए हानिकारक भी होता है.
शक्कर की जगह क्या खाएं?
शक्कर का एक अच्छा सब्सीट्यूट होता है, खजूर. खजूर में प्राकृतिक मिठास होती है और इसमें कैलोरी की मात्रा भी बहुत कम होती है. लेकिन खजूर को भी कम मात्रा में ही खाना चाहिए.
इसके अतिरिक्त यह यह लेख पाठकों की जानकारी के लिए लिखा गया है, किसी भी चीज का सेवन करने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श जरूर ले. खासकर के अगर आप मधुमेह से पीड़ित है तो किसी भी चीज का सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें.
Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.