नवादा न्यूज : हिरण के शिकार में शामिल लोगों को पकड़ने के लिए छापेमारी
रजौली़
वन परिक्षेत्र में वन्यजीवों के संरक्षण को लेकर केंद्र और राज्य सरकार मिलकर कई तरह के कार्यक्रम आयोजित कर लोगों को जागरूक कर रही है. ताकि, वन्यजीवों के अवैध शिकार पर रोक लगायी जा सके. लेकिन, जंगली क्षेत्रों में आये दिन वन्यप्राणियों की निर्मम हत्या से उनके अस्तित्व पर खतरा मंडराने लगा है. कुछ ऐसा ही मामला बीते शनिवार को रजौली वनक्षेत्र के जमुनदाहा के जंगल से प्रकाश में आया है. वहां हिरण के सींग मिलने से इलाके में सनसनी फैल गयी है. हिरण के सींग मिलने से कई तरह की अफवाहों का बाजार गर्म है. हिरण शिकार कर हिरण के सींग गांव में होने की सूचना पर जमुनदाहा जंगल पहुंचे वन विभाग की टीम ने जंगल की झाड़ियों से हिरण के सींग को जब्त कर वन परिसर रजौली लाया है. इस संबंध में रेंजर मनोज कुमार ने बताया कि गुप्त सूचना मिली कि झारखंड से आये आदिवासी मजदूरों के द्वारा हिरण का शिकार किया जा रहा है. सूचना के आलोक में वन विभाग के कर्मियों को जमुनदाहा पीएफ के पास भेजा गया और हिरण के सींग को जब्त कर वन विभाग रजौली लाया गया है. हिरण के शिकार में शामिल लोगों को पकड़ने के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है.दो लोगों पर प्राथमिकी दर्ज
उन्होंने बताया कि हिरण के सींग को लेकर प्राथमिकी दर्ज की गयी है. इसमें दो लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया गया है. बहुत जल्द ही इन लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया जायेगा. सूत्रों की मानें, तो रजौली वनक्षेत्र के जंगली इलाकों में बड़े पैमाने पर झारखंड राज्य के खूंटी से आकर आदिवासी मजदूर अवैध तरीके से घर बनाकर रह रहे हैं और इन्हीं लोगों की ओर से जंगली जानवरों का शिकार कर तस्करी भी किया जा रहा है. इस तरह से आदिवासियों की जनसंख्या रजौली वन क्षेत्र में लगातार बढ़ रही है. इससे आनेवाले दिनों में वन्यजीव सहित हरे पेड़ों के अस्तित्व पर खतरा बढ़ता जा रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है