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जिले के 14 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर टीकाकरण कॉर्नर होगा विकसित, सिविल सर्जन ने किया निरीक्षण

सिविल सर्जन ने किया निरीक्षण

हर सप्ताह सोमवार, मंगलवार व गुरुवार को होगी नियमित टीकाकरण की सुविधा

टीकाकरण कॉर्नर के कार्यो का निरिक्षण करने पहुंचे सिविल सर्जन

प्रतिनिधि, किशनगंज

जिले में स्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ करने और आमजन तक टीकाकरण की पहुंच को बढ़ाने के उद्देश्य से जिले के सभी प्रखंडों में दो-दो हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर (एचडब्ल्यूसी) पर टीकाकरण कॉर्नर विकसित किए जा रहे हैं. यह पहल टीकाकरण सेवाओं को सुगम और अधिक सुलभ बनाने के लिए की जा रही है, ताकि लोगों को विभिन्न बीमारियों से बचाने के लिए समय पर और व्यापक स्तर पर टीकाकरण सेवाएं प्रदान की जा सकें. नियमित टीकाकरण के प्रति लोगों को जागरूक करने व सुगमता पूर्वक टीकाकरण की सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से स्वास्थ्य विभाग ने नये पहल की शुरुआत की है. इसके तहत जिले के सभी प्रखंडों के चिह्नित दो हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर टीकाकरण कॉर्नर विकसित करने का निर्णय लिया गया है. जहां सप्ताह में तीन दिन नियमित टीकाकरण की सुविधा लोगों को उपलब्ध होगी. नियमित टीकाकरण कार्यक्रम के अंतर्गत सभी प्रकार के टीकों से गर्भवती महिलाएं व 0 से 05 साल तक के बच्चों को आच्छादित किया जायेगा. स्वास्थ्य विभाग के इस विशेष पहल से ग्रामीण इलाकों में टीकाकरण कवरेज को बढ़ावा मिलेगा. नियमित टीकाकरण अभियान को अधिक प्रभावी व उपयोगी बनाने में ये मददगार साबित होगा. टीकाकरण कॉर्नर के तैयारियों का जायजा लेने खुद सिविल सर्जन डॉ राजेश कुमार कोचाधामन प्रखंड के काशिबारी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पहुंचे. उनके साथ डीपीएम डॉ मुनाजिम, डीआईओ डॉ देवेंद्र कुमार ने भी उक्त कार्यों का निरीक्षण किया.

सप्ताह में तीन दिन उपलब्ध होगी टीकाकरण की सुविधा

सिविल सर्जन डॉ राजेश कुमार ने बताया कि प्रथम चरण में सभी प्रखंड में दो हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर को चिह्नित कर वहां टीकाकरण कॉर्नर विकसित किया जायेगा. चिह्नित सभी वेलनेस सेंटरों पर सप्ताह में तीन दिन सोमवार, मंगलवार व गुरुवार को टीकाकरण की सुविधा उपलब्ध होगी. इसके लिए टीकाकरण से जुड़े सभी उपकरण व सुविधाएं उपलब्ध करायें जायेंगे. इसे लेकर राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक के माध्यम से जरूरी दिशा निर्देश प्राप्त है. जिले में इसके लिए ऐसे वेलनेस सेंटरों को चिह्नित किया गया है. जहां पहले से ही मूलभूत आधारभूत संरचना उपलब्ध है. जरूरी सुविधाओं की पूर्व से उपलब्धता, अधिक जनसंख्या घनत्व वाले वैसे इलाके जहां गर्भवती महिलाएं, बच्चे सहित अन्य लाभार्थियों की संख्या अपेक्षाकृत अधिक है. जिले में ऐसे केंद्रों के चयन को प्राथमिकता दी गयी है.

टीकाकरण के लिए इन केंद्रों का उठायें लाभ

सिविल सर्जन डॉ राजेश कुमार ने बताया कि टीकाकरण कवरेज को बढ़ावा देने के उद्देश्य से यह कदम उठाया गया है. शुरुआती चरण में प्रत्येक प्रखंड के दो हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों पर टीकाकरण कॉर्नर स्थापित किये जायंगे. जहां सप्ताह में तीन दिन टीकाकरण की सुविधा उपलब्ध होगी. चिह्नित केंद्रों पर आवश्यक उपकरण, स्टाफ ट्रेनिंग व अन्य संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित कराने का प्रयास किया जा रहा है. ताकि टीकाकरण का कार्य सुचारू व प्रभावी ढंग से संचालित हो सके. उन्होंने अपने परिवार व बच्चों के के टीकाकरण के लिए इन केंद्रों का अधिक से अधिक लाभ उठाने की अपील की.

सिविल सर्जन ने किया निरीक्षण

सिविल सर्जन डॉ राजेश कुमार कोचाधामन प्रखंड के काशिबारी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर टीकाकरण कॉर्नर की तैयारियों का सिविल सर्जन द्वारा निरीक्षण किया गया. निरीक्षण के दौरान सिविल सर्जन ने स्वास्थ्य केंद्र पर उपलब्ध सुविधाओं और टीकाकरण सेवाओं के संचालन की व्यवस्थाओं का जायजा लिया. उन्होंने मौके पर उपस्थित स्वास्थ्य कर्मियों को निर्देश दिए कि टीकाकरण प्रक्रिया को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए सभी आवश्यक प्रबंध समय से पूरे कर लिए जाएं. उन्होंने विशेष रूप से यह सुनिश्चित करने पर जोर दिया कि टीकों का उचित भंडारण, आवश्यक दवाइयों की उपलब्धता और उपकरणों का प्रबंधन सही तरीके से हो. निरीक्षण के दौरान सिविल सर्जन ने कहा कि टीकाकरण कॉर्नर से जुड़ी सुविधाएं आधुनिक तकनीक से लैस होंगी, जिससे लोगों को बेहतर सेवाएं मिलेंगी. उन्होंने स्वास्थ्य कर्मियों को समय-समय पर ट्रेनिंग देने और टीकाकरण से जुड़ी जानकारी लोगों तक पहुंचाने पर भी जोर दिया, ताकि टीकाकरण के प्रति जागरूकता बढ़े और लोग समय पर टीके लगवाने के लिए प्रेरित हों.

लक्षित समूह और लाभार्थी

जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ देवेंद्र कुमार ने बताया की टीकाकरण कॉर्नर का प्रमुख उद्देश्य देश के सभी वर्गों तक टीकाकरण सेवाओं को पहुंचाना है. इसमें मुख्य रूप से नवजात शिशुओं, बच्चों, गर्भवती महिलाओं, बुजुर्गों और उन व्यक्तियों को प्राथमिकता दी जाएगी, जिनमें कुछ विशेष बीमारियों का जोखिम अधिक होता है. इस पहल से उन क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा जहां टीकाकरण कवरेज अब तक कम रहा है, जैसे ग्रामीण और दूरदराज के इलाके. सिविल सर्जन ने यह भी बताया कि इस योजना का मुख्य फोकस समाज के हर वर्ग तक स्वास्थ्य सेवाओं को आसानी से उपलब्ध कराना है. यह टीकाकरण कॉर्नर भारत सरकार की प्रमुख स्वास्थ्य योजनाओं का हिस्सा है, जिसमें मिशन इंद्रधनुष, प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान, और यूनिवर्सल इम्यूनाइजेशन प्रोग्राम जैसी योजनाएं शामिल हैं. इन योजनाओं का उद्देश्य देश की जनता को गंभीर बीमारियों से बचाने के लिए समय-समय पर टीके उपलब्ध कराना है.

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पिकअप वैन से 875 लीटर स्प्रिट व कार से 62.640 लीटर विदेशी शराब बरामद

फोटो 6, जब्त शराब व गिरफ्तार तस्कर के साथ उत्पाद विभाग के अधिकारी

प्रतिनिधि, किशनगंज

किशनगंज उत्पाद विभाग के द्वारा लगातार जिले में शराब पीने व शराब तस्करी के विरुद्ध जांच अभियान चलाया जा रहा है. वहीं उत्पाद विभाग की टीम के द्वारा बड़ी कार्रवाई करते हुए. किशनगंज ब्लॉक चौक पर उत्पाद विभाग के सहायक अवर निरीक्षक जितेंद्र कुमार अपने दलबल के साथ जांच के दौरान एक पिकअप वैन से 875 लीटर स्प्रिट बरामद की गयी. साथ ही एक कार से 62.640 लीटर विदेशी शराब बरामद की गयी. मिली जानकारी के अनुसार सहायक अवर निरीक्षक जितेंद्र कुमार ने बताया कि गुप्त सूचना मिली थी कि बंगाल की ओर से स्प्रिट और विदेशी शराब लेकर तस्कर बहादुरगंज की ओर जाने वाले हैं. इसी के आधार पर एक टीम गठित कर ब्लॉक चौक के समीप जांच अभियान चलाया गया. जांच अभियान के दौरान एक पिकअप वैन को रोक कर जांच पड़ताल की गई तो पिकअप में भारी मात्रा में स्प्रिट बरामद हुआ जो लगभग 875 लीटर है. साथ ही पीछे से आ रही एक कार को भी रोका गया जिसमें विदेशी शराब लोड था जो लगभग 62.640 लीटर बरामद किया गया. साथ ही तीन तस्कर को गिरफ्तार किया गया. गिरफ्तार तस्कर का नाम नीतीश कुमार, वैशाली जिला, उदय चंद और प्रकाश कुमार मधेपुरा जिला का रहने वाला है. तीनों तस्कर का मध निषेध अधिनियम के तहत सदर अस्पताल में स्वास्थ्य जांच कराकर न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया.

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मोबाइल पशु चिकित्सा इकाई के कार्य का हुआ शुभारंभ

फोटो 7

मोबाइल पशु चिकित्सा इकाई के कार्य का शुभारंभ करते मुखिया

प्रतिनिधि, बेलवा

किशनगंज प्रखंड के बेलवा पंचायत से मोबाइल पशु चिकित्सा इकाई का शुभारंभ बेलवा मुखिया तैबुर रहमान एवं पशु चिकित्सक डॉ गुदानंद झा के द्वारा शुक्रवार को किया गया. इस मोबाइल पशु चिकित्सा का मूल उद्देश्य घर तक जा कर पशुओं को चिकित्सा देना है. डॉ गुदानंद झा एवं मुखिया तैबुर रहमान ने बताया कि पशुपालकों को उनके द्वार पर ही पशु चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध कराई जायेंगी, जिससे उन्हें अपने बीमार पशुओं को अस्पताल तक लाने में होने वाली कठिनाइयों से मुक्ति मिलेगी. ये जीपीएस युक्त वाहनों में पशु चिकित्सा से संबंधित सभी आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध होंगी, जिनमें लघु सर्जरी, दवाएं, और कृत्रिम गर्भाधान शामिल हैं. पशुपालकों के लिए राज्य मुख्यालय में एक कॉल सेंटर स्थापित किया गया है, जिसमें अनुभवी पशु चिकित्सक और कॉल सेंटर एक्जीक्यूटिव तैनात होंगे. टोल फ्री नंबर 1962 या मोबाइल ऐप के जरिए पशुपालक सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक पशु चिकित्सा सेवाओं के लिए संपर्क कर सकते हैं. कॉल सेंटर में टेलिमेडिसिन की सुविधा भी उपलब्ध कराई गई है, जिससे पशु चिकित्सक दूरस्थ चिकित्सा परामर्श दे सकेंगे.

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