बासुकिनाथ. भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि पर बाबा फौजदारीनाथ के दरबार में कांवरियों की भीड़ लगी रही. मंदिर प्रबंधन के अनुसार 35 हजार श्रद्धालुओं ने जलार्पण कर परिवार के सुख समृद्धि की कामना की. सुल्तानगंज उतरवाहिणी गंगाजी से जल उठाकर हजारों महिला पुरुष श्रद्धालु मंदिर पहुंचे. कतारबद्ध महिला पुरुष शिवभक्तों ने सुबह चार बजे से भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक करना प्रारंभ किया. मंदिर गर्भगृह में पुरोहित पूजा के बाद कांवरिया श्रद्धालुओं के लिए मंदिर के कपाट को खोल दिया. शाम पांच बजे भोलेनाथ की विश्राम पूजा के लिए कांवरियों का जलार्पण और पूजा रोक दी गई. इस बीच भोलेनाथ नागेश की षोडशोपचार पूजन के बाद क्षणिक विश्राम हेतु बाबा मंदिर के कपाट बंद कर दिए गए. संपूर्ण मंदिर बोल बम बोल बम के नारों से गुंजायमान रहा. थके हारे कांवरिया मंदिर प्रांगण में विधिवत आरती की. मंदिर में सुरक्षा व्यवस्था के लिए सुरक्षा बलों की प्रतिनियुक्ति बनी हुई है. सैकड़ों कांवरियों ने मंदिर कार्यालय से 300 रुपये का टोकन प्राप्त कर सुगमतापूर्वक गर्भगृह में शीघ्रदर्शनम किया. मंदिर प्रभारी सह सीओ आशुतोष ओझा एवं पुलिस निरीक्षक श्यामानंद मंडल श्रद्धालुओं को सुगमतापूर्वक जलार्पण व मेला क्षेत्र की गतिविधियों पर नजर बनाये रखा.
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