बरहट.
बरहट प्रखंड क्षेत्र की नुमर पंचायत अंतर्गत वार्ड नंबर दो स्थित नवीन प्राथमिक विद्यालय केवाल इन दिनों असामाजिक गतिविधियों का केंद्र बन चुका है. स्कूल के बच्चों की छुट्टी के बाद, विद्यालय परिसर जुआरियों का अड्डा बन जाता है. प्रतिदिन अपराह्न चार बजे के बाद स्कूल के कमरों और बरामदे में जुआ खेला जाता है, जो देर शाम तक चलता है. जुआरियों द्वारा ताश के पत्तों पर बड़ी रकम लगायी जाती है. इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. हालांकि प्रभात खबर इस वीडियो की सत्यता की पुष्टि नहीं करता है. संदिग्ध तत्वों द्वारा स्कूल के बरामदे और कक्षाओं को जुआ खेलने के स्थल के रूप में उपयोग किया जा रहा है. इसके अलावा इन लोगों द्वारा खैनी, बीड़ी, सिगरेट और पान-पुड़िया का सेवन कर विद्यालय परिसर को गंदा कर दिया जाता है. इन घटनाओं के बावजूद जिम्मेदार अधिकारी और शिक्षक अपनी आंखें बंद किये हुए हैं. विद्यालय भवन के ऊपर तल्ले पर प्रभारी प्रधानाध्यापक ने दो वर्षों से अपना डेरा जमाया हुआ है. वीडियो में स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है कि जुआरियों द्वारा जिस कमरे में ताश खेली जा रही है, वह प्रधानाध्यापक के कमरे के सामने स्थित है. पूर्व में भी इस विद्यालय के प्रधानाध्यापक मो जमीरउद्दीन द्वारा एक कमरे को अपना आशियाना बना लेने का मामला उजागर हुआ था. वर्तमान प्रभारी प्रधानाध्यापक ने इस संदर्भ में कहा कि वे केवल नौकरी करने आये हैं और गांव के लोग ही स्कूल में जुआ खेलते हैं. प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी तारकेश्वर प्रसाद ने कहा कि वे फिलहाल बाहर हैं. लेकिन आते ही वीडियो की सत्यता की जांच कर उचित कार्रवाई की जायेगी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है