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Asthma: आपका गैस स्टोव अस्थमा को और भी बदतर बना सकता है, जानिए क्या कर सकते हैं उपाय

Asthma: अगर आप जहरीली गैस वाले वातावरण में रहे हैं, तो यहां बताया गया है कि यह आपके या आपके बच्चे के अस्थमा को कैसे प्रभावित कर सकता है, और आप वायु गुणवत्ता को बेहतर बनाने के लिए क्या कर सकते हैं.

Asthma: हम वायु प्रदूषण को एक बाहरी समस्या मानते हैं, जो कार के धुएं और धुंध से बनती है. लेकिन अगर हमारे घर के अंदर की हवा प्रदूषित है, तो यह हमारे स्वास्थ्य को भी प्रभावित कर सकती है. ऑस्ट्रेलिया में, लगभग बच्चों में 12 प्रतिशत मामलों में अस्थमा के लिए गैस स्टोव और हवा में उनके द्वारा छोड़े जाने वाले जहरीले रसायनों को जिम्मेदार ठहराया जा सकता है. घर के अंदर जहरीली गैस को धीरे-धीरे खत्म करने की कोशिशें बढ़ रही हैं, लगभग 38 प्रतिशत ऑस्ट्रेलियाई घर में खाना पकाने के लिए प्राकृतिक गैस पर निर्भर हैं. इसके लिए अनुशंसित कदमों में जैसे कि गैस स्टोव को इलेक्ट्रिक से बदलना, उन लोगों के लिए संभव नहीं हो सकता है, जो किराए पर रहते हैं या खर्च का अधिक बोझ नहीं उठा सकते. यह महत्वपूर्ण है क्योंकि, जैसा कि हमारे शोध से पता चलता है, बचपन में अस्थमा सामाजिक-आर्थिक रूप से वंचित क्षेत्रों में अधिक आम है. अगर आप जहरीली गैस वाले वातावरण में रहे हैं, तो यहां बताया गया है कि यह आपके या आपके बच्चे के अस्थमा को कैसे प्रभावित कर सकता है, और आप वायु गुणवत्ता को बेहतर बनाने के लिए क्या कर सकते हैं.

अस्थमा क्या है?

ऑस्ट्रेलियाई बच्चों में अस्थमा सबसे आम पुरानी बीमारी है. श्वसन संबंधी यह बीमारी 14 वर्ष या उससे कम आयु के लगभग 4,00,000 बच्चों को प्रभावित करती है – जो उस आयु वर्ग का लगभग नौ प्रतिशत हिस्सा हैं. अस्थमा श्वसन मार्ग को संकीर्ण कर देता है और वायुप्रवाह को बाधित करता है, जिससे सांस लेना मुश्किल हो जाता है. कई लोग इनहेलर और अस्थमा एक्शन प्लान के साथ इस स्थिति से निपटते हैं. लेकिन यह गंभीर और यहां तक ​​कि जानलेवा भी हो सकता है. ऑस्ट्रेलियाई आपातकालीन विभागों ने 2020-21 में अस्थमा के लिए 56,600 प्रस्तुतियां देखीं. वैसे तो अस्थमा का कोई एक कारण नहीं है, लेकिन घर के अंदर और बाहर दोनों जगह वायु प्रदूषण की अहम इसमें भूमिका होती है. हवा में मौजूद छोटे-छोटे कणों के संपर्क में आने से अस्थमा होने का खतरा बढ़ जाता है और अगर आपको पहले से ही अस्थमा है, तो यह आपके लक्षणों को और भी बदतर बना सकता है.

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गैस स्टोव नाइट्रोजन डाइऑक्साइड छोड़ते हैं

ऑस्ट्रेलियाई घरों में आमतौर पर पाए जाने वाले गैस स्टोव हवा में जहरीले रसायन छोड़ते हैं. इनमें कार्बन मोनोऑक्साइड (सीओ), पीएम2.5 (छोटे कण, जो अक्सर धुएं से निकलते हैं), बेंजीन, फॉर्मेल्डिहाइड और नाइट्रोजन डाइऑक्साइड (एनओ2) शामिल हैं. ये सभी हानिकारक हैं, लेकिन विशेष रूप से नाइट्रोजन डाइऑक्साइड अस्थमा के विकास और बदतर होने से जुड़ा है.

गैस हीटर भी नाइट्रोजन डाइऑक्साइड पैदा कर सकते हैं

नाइट्रोजन डाइऑक्साइड एक स्वादहीन और अदृश्य गैस है. इसके बारे में यह जानना मुश्किल है कि आपके घर में हवा में इसकी कितनी मात्रा है, जब तक कि आपके पास एयर मॉनिटर न हो. हालांकि, एक अमेरिकी अध्ययन से पता चला है कि गैस स्टोव वाले घरों में नाइट्रोजन डाइऑक्साइड का स्तर इलेक्ट्रिक स्टोव वाले घरों की तुलना में तीन गुना अधिक हो सकता है. यह बात खासकर उन घरों के लिए चिंताजनक है, जहां बच्चे हैं, क्योंकि वे अपना ज्यादातर समय घर के अंदर ही बिताते हैं. ऑस्ट्रेलिया में गैस स्टोव की जगह इलेक्ट्रिक स्टोव का इस्तेमाल करने की मांग बढ़ रही है, जो ज़्यादा ऊर्जा कुशल हैं और घर के अंदर वायु प्रदूषण को कम कर सकते हैं. विक्टोरिया और ऑस्ट्रेलियाई राजधानी क्षेत्र ने 2024 से नए घरों में गैस कनेक्शन पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की है. सिडनी की वेवरली काउंसिल ने हाल में इसी तरह का कदम उठाया है. लेकिन जब तक पूरे देश में घरेलू गैस उपकरणों के उपयोग पर प्रतिबंध लागू नहीं हो जाता, तब तक उन बच्चों के लिए समस्या बनी रहेगी जो वर्तमान में पुराने घरों या गैस स्टोव वाले किराए के मकानों में रह रहे हैं.

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क्या रसोई में एग्जॉस्ट पंखे मददगार होते हैं?

मौजूदा गैस कुकटॉप पर रखा गया उच्च दक्षता वाला एग्जॉस्ट हुड प्रभावी हो सकता है. वे 75 प्रतिशत से ज़्यादा वायु प्रदूषकों को पकड़ सकते हैं और उन्हें बाहर की ओर भेज सकते हैं. सामने वाले बर्नर के बजाय पीछे वाले बर्नर पर खाना पकाने से भी उनकी दक्षता में सुधार हो सकता है. हालांकि, कम प्रवाह दर वाले निकास हुड, या जो हुड हवा को बाहर नहीं निकालते, कम प्रभावी होते हैं. एग्जॉस्ट हुड तभी हवा की गुणवत्ता में सुधार करता है जब आप इसका इस्तेमाल करते हैं. मेलबर्न में हुए एक अध्ययन में पाया गया कि 40 प्रतिशत से ज्यादा लोग खाना बनाते समय एग्जॉस्ट हुड का नियमित रूप से इस्तेमाल नहीं करते हैं. कई लोगों के लिए, उच्च दक्षता वाले एग्जॉस्ट हुड लगाना व्यावहारिक नहीं होगा – खासकर उन लोगों के लिए जो किराए पर रहते हैं या सामाजिक-आर्थिक रूप से वंचित हैं.

प्राकृतिक वेंटिलेशन

अपने घर को हवादार बनाना एक मुफ्त तरीका है. खाना पकाने के दौरान और बाद में खिड़कियां खुली रखने से हवा का प्रवाह बढ़ेगा और सबूत बताते हैं कि इससे समग्र वायु गुणवत्ता में सुधार हो सकता है. हालांकि यह हमेशा संभव नहीं होता है, खासकर साल के ठंडे महीनों के दौरान जब विक्टोरिया और तस्मानिया जैसे स्थानों में बहुत ज्यादा ठंड पड़ती है. दुर्भाग्य से, ठंड के महीनों में गैस हीटर का इस्तेमाल करने की अधिक संभावना होती है. गैस हीटर दो प्रकार के होते हैं, फ्लूड और अनफ्लूड. गैस से खाना पकाने की तरह, बिना फ्लूड वाले गैस हीटर नाइट्रोजन डाइऑक्साइड सहित वायु प्रदूषक सीधे घर में छोड़ते हैं. फ्लूड वाले हीटर वायु गुणवत्ता के लिए बेहतर होते हैं. क्योंकि वे उत्सर्जन को बाहर भेजने के लिए चिमनी या फ्लूड का उपयोग करते हैं. अस्थमा को ठीक नहीं किया जा सकता है, लेकिन इसके लक्षणों को बढ़ाने वाले कारकों को नियंत्रित किया जा सकता है. ऐसा करना घर के अंदर करना बाहर की तुलना में ज़्यादा आसान हो सकता है. किराए के घर या पुराने मकान में भी हवा की गुणवत्ता में सुधार करने से अस्थमा से पीड़ित लोगों को ज़्यादा आसानी से सांस लेने में मदद मिल सकती है.

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