मुंगेर. चिलचिलाती धूप व गर्मी से परेशान मुंगेरवासियों को शुक्रवार की देर रात से ही हो रही झमाझम बारिश ने बड़ी राहत दी है, लेकिन इस बारिश ने मुंगेर शहर को तलाब में तब्दील कर दिया है. जल निकासी की व्यवस्था पूरी तरह फेल हो गयी है और चारों ओर पानी ही पानी ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है. मुंगेर नगर निगम की बरसात पूर्व तैयारी और इसे लेकर स्पेशल ड्राइव पर पानी की तरह मैन पावर, मशीनरी पावर और मनी पावर को खर्च किया गया. लेकिन निगम की सारी तैयारियां, दावे और स्पेशल ड्राइव की बारिश ने पोल खोल कर रख दी. शनिवार की सुबह शहर का आलम यह था कि शहर नहीं मानो कोई दरिया हो.
बिना प्लानिंग के बने नाले ने शहर को डूबोया
मुंगेर शहर में बिना प्लानिंग के विकास लोगों का अभिशाप बन गया है. शहरवासियों की विडंबना है कि उसे न तो चलने के लिये दुरूस्त सड़क मिल रही है और न ही जल निकासी की बेहतर व्यवस्था हो पायी है. नगर निगम प्रशासन ने शहर में ऐसे नालों का निर्माण कराया है, जिससे जल निकासी नहीं हो रही है. सड़क से एक फीट ऊंचा नाला बना दिया गया है और उसे पूरी तरह ढक्कन लगाकर पैक कर दिया गया है. दुर्भाग्य यह है कि उस नाले के माध्यम से सड़क पर बारिश के पानी के निकास की कोई व्यवस्था नहीं है. परेशान लोग खुद जगह-जगह नालों को तोड़कर जल निकासी की व्यवस्था कर रहे हैं. पथ निर्माण विभाग ने शहर के कासिम बाजार मुख्य मार्ग में सड़क के साथ ही इसी प्रकार के बॉक्स नाले का निर्माण कराया था, जो लोगों के लिये अभिशाप साबित हो रहा है. बारिश होते ही पूरा क्षेत्र तालाब बन जाता है. इसी प्रकार निगम प्रशासन ने वार्ड संख्या-42 महद्दीपुर में भी सड़क के दोनों ओर इसी प्रकार के बॉक्स नाला का निर्माण कराया है, जिससे बारिश के पानी का निकास ही नहीं हो रहा.
बारिश ने डूबोया शहर, आम से खास सभी परेशान
शनिवार को बारिश ने शहर को डूबो दिया. सड़कों पर दो से तीन फीट पानी भर आया. नगर निगम क्षेत्र के मुख्य बाजार से लेकर चंदनबाग, कासिम बाजार, महद्दीपुर, खानकाह रोड, माधोपुर, लाल दरवाजा, दो नंबर गुमटी, दशभुजी स्थान के सामने वाली सड़क, तीन नंबर गुमटी, शास्त्री चौक, रिफ्यूजी कॉलोनी, पूरबसराय, दिलीप बाबू धर्मशाला, शाहजुबेर रोड सहित दर्जनों इलाके की सड़क जलमग्न हो गयी. शाहजुबेर रोड से कोणार्क सिनेमा तक सड़कों पर जलजमाव की समस्या उत्पन्न हो गयी. शाहजुबेर रोड स्थित फर्नीचर दुकान में पानी प्रवेश कर गया. बेकापुर, गांधी चौक, मुख्य बाजार सहित पूरा बाजार पानी-पानी हो गया. कई दुकानों में भी पानी प्रवेश कर गया. इतना ही नहीं कई इलाकों के घरों में भी पानी प्रवेश कर गया. सड़कों पर जलजमाव की स्थिति उत्पन्न होने से राहगीरों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. हर मार्ग में कहीं मोटर साइकिल तो कहीं कार फंसी नजर आ रही थी. ऑटो व टोटो भी जगह-जगह खड़ी दिखी. जो पानी को पार नहीं कर पा रही थी.करोड़ों रुपये खर्च, ड्रेनेज सिस्टम फेल
मुंगेर शहर में ड्रेनेज सिस्टम पूरी तरह से फेल हो गया है. जबकि ड्रेनेज सिस्टम को कारगर बनाने के लिए नालों के निर्माण और उसके सफाई पर निगम प्रशासन ने करोड़ों रुपये खर्च कर डाले. विदित हो कि शहर से पानी निकासी के लिए पांच आउट फॉल नाला एवं 150 से अधिक छोटे-छोटे नाले हैं. बारिश पूर्व नालों की सफाई पर लाखों खर्च कर दिया गया. मैन पावर व मशीनरी पावर का भी उपयोग किया गया. इतना ही नहीं शहर में जल निकासी के लिए बड़े-बड़े नालों का निर्माण कराया गया. जिससे एक बूंद पानी भी निकासी नहीं हो पा रही है. जबकि नालों के जाम रहने से शहर की सड़कों पर पानी बहने लगा, जिसके कारण शहर में जलजमाव की समस्या उत्पन्न हो गयी. —————————————————बॉक्स——————————————————पूरबसराय अंडर ब्रिज बना स्वीमिंग पुल
मुंगेर. शहर के लिए पूरबसराय अंडर ब्रिज कोढ साबित हो रही है. हल्की बारिश में भी यहां जलजमाव की समस्या उत्पन्न हो जाती है. लेकिन इसके निजात की दिशा में न तो जिला प्रशासन व निगम प्रशासन कोई पहल कर रही है और न ही रेलवे कोई ठोस कार्रवाई कर रही है. शनिवार को हुई बारिश के कारण पूरबसराय अंडर ब्रिज में पानी जमने से स्वीमिंग पुल बन गया. जिसमें तीन से चार फीट पानी जमा हो गया. यह अंडर ब्रिज शहर प्रवेश का मुख्य मार्ग है. लेकिन जलजमाव के कारण इस मार्ग के बदले दूसरे मार्गों का प्रयोग किया. जो वाहन उस मार्ग होकर गुजरी वह खराब हो गयी. इस अंडर ब्रिज को पार करना राहगीरों के लिए काफी परेशानियों से भरा रहा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है