प्रतिनिधि, सहरसा. विकास भवन सभागार में शनिवार को स्वास्थ्य विभाग की मासिक समीक्षा बैठक की गयी. बैठक में स्वास्थ्य विभाग के तहत संचालित विभिन्न कार्यक्रमों की विस्तृत समीक्षा की गयी. बैठक का आयोजन डीएम व डीडीसी की अध्यक्षता में की गयी. समीक्षा के क्रम में स्वास्थ्य विभाग के संबंधित पदाधिकारियों को डीएम ने सुधारात्मक कई महत्वपूर्ण आवश्यक दिशा-निर्देश दिया. सर्वप्रथम भाव्या पोर्टल की समीक्षा के क्रम मे पाया गया कि सोनवर्षा, सदर अस्पताल में मरीजों के प्रिस्क्रिप्शन ऑनलाइन में व वाइटल लेने के प्रतिशत में सौरबाजर, सदर अस्पताल, महिषी व पतरघट प्रखंड की स्थिति काफी असंतोषप्रद है. जिस पर संबंधितों से कारण पृच्छा के लिए निर्देशित किया. बाढ़ से संबंधित अद्यतन जानकारी ली गयी. साथ ही बाढ़ से प्रभावित होने वाले प्रखंड महिषी, नवहट्टा, सलखुआ व सिमरी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी से मेडिकल टीम को ससमय बाढ़ से प्रभावित पंचायतों में मेडिकल सुविधा उपलब्ध कराने को लेकर निर्देशित किया. बाढ़ के समय उपयुक्त होने वाली दवाओं की उपलब्धता शत प्रतिशत स्वास्थ्य संस्थान में हो, इसे सुनिश्चित करने का निर्देश दिया. इसके अतिरिक्त जिले के सभी संस्थानों को साफ सफाई, मरीजों के स्वच्छ पानी पीने के लिए आरओ की व्यवस्था, दवा की उपलब्धता, मरीजों की सुविधाओं को ध्यान में रखते सेवा भावना से कार्य करने का निर्देश दिया. उन्होंने जिले में चलाये जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों की अद्यतन स्थिति की जानकारी सभी कार्यक्रम पदाधिकारी से ली व सुधार के लिए निर्देशित किया. डीएम ने सभी संबंधित संस्थाओं के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को ओपीडी में कमी वाले संस्थान को इसमें सुधार लाने का निर्देश दिया. वहीं चिकित्सकों को ससमय ड्यूटी करने, संस्थागत प्रसव को बढ़ाने के लिए सभी संस्थानों को निर्देशित किया. प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी सलखुआ से कबिराधाप व चानन के नये भवन को हस्तगत होने संबंधी जानकारी प्राप्त की. संबंधित ने बताया कि भवन हस्तगत हो गया है. निर्देशित किया कि उसमें प्रसव कराने के लिए आवश्यक तैयारी पूरा करें. जिससे गृह प्रसव को संस्थागत प्रसव में रूपांतरित किया जायेगा. एएनसी गुणवत्तापूर्वक करने व भव्या पोर्टल का रिव्यू कर उसमें सुधार करने के लिए मौजूद अधिकारियों को निर्देशित किया. भाव्या कार्यक्रम में जिला राज्य स्तर पर 19वें पायदान पर है. जिसमें अविलंब सुधार करते सभी स्वास्थ्य संस्थानों में शत प्रतिशत इसका अनुकरण करने के लिए निर्देशित किया. साथ ही निर्देशित किया कि जो मरीज अस्पताल में ओपीडी में दिखाने आते हैं उन्हें निबंधन के बाद अविलंब चिकित्सक द्वारा देख लिया जाये व दवा ससमय उपलब्ध हो जाये. अनावश्यक विलंब ना हो इसे सुनिश्चित करें. जिले में स्वास्थ्य विभाग मरीजों को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए निरंतर प्रयास करें. स्वास्थ्य विभाग के समस्त अधिकारी व कर्मचारियों के साथ ही नर्स, पारा मेडिकल स्टाफ, आशा स्वास्थ्य सुविधा बेहतर बनाने के लिए निरंतर प्रयास करें. उन्होंने टीकाकरण, मातृत्व स्वस्थ्य, शिशु स्वास्थ्य, परिवार कल्याण, वेक्टर जनित रोग, गैर संचारी रोग, संस्थागत प्रसव, अस्पताल में प्रसव से जुड़े सेवाओं को सुदृढ़ करने, हेल्थ एंड वेलनेस केंद्रों का संचालन, आरसीएच पोर्टल पर गर्भवती महिलाओं का डाटा संधारण व अन्य रिपोर्टिंग कार्य में आवश्यक सुधार का निर्देश दिया. साथ ही सभी हेल्थ एंड वेलनेस केंद्रों पर जन आरोग्य समिति का गठन करते इसकी मासिक बैठक करने का निर्देश दिया. सरकार द्वारा प्रति हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर सभी प्रकार के वेलनेस एक्टिविटी शत-प्रतिशत हो इसे सुनिश्चित किया करें. सभी हेल्थ एंड वेलनेस केंद्रों पर सरकार के द्वारा निर्धारित दावा सूची के अनुसार दवा की उपलब्धता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया. टेलीमेडिसिन की उपलब्धि पर संतोषजनक मानते हुए इसकी उपलब्धि और बढ़ने के लिए निर्देशित किया. अनीमिया मुक्त भारत कार्यक्रम के अनुश्रवण के क्रम मे पाया गया कि शिक्षा विभाग द्वारा मई माह में शत-प्रतिशत रिपोर्टिंग की गयी है. इस मौके पर सिविल सर्जन डॉ कात्यायनी कुमार मिश्रा, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी, जिला कार्यक्रम प्रबंधक, जिला लेखा प्रबंधक, योजना समन्वयक, डीसीएम, अनुश्रवण पदाधिकारी, सभी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, सभी स्वास्थ्य प्रबंधक, सामुदायिक उत्प्रेरक, लेखा प्रबंधक के अलावा प्रखंडस्तरीय स्वास्थ्यकर्मी मौजूद थे.
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