मुंगेर. मुंगेर में डेंगू संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. जबकि इसके आंकड़ों और इससे बचाव के प्रति खुद स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह लापरवाह बना हुआ है. वहीं बारिश के बीच शहर की बदहाल व्यवस्था और जलजमाव डेंगू के मामलों को बढ़ाने के लिये काफी है. शनिवार को जहां सदर अस्पताल में डेंगू के दो नये संभावित मरीजों को भर्ती किया गया. वहीं एक दिन पूर्व एलाइजा जांच में डेंगू पॉजिटिव मिला एक कंफर्म मरीज लामा (बिना अस्पताल प्रशासन को बताये चले जाना) हो गया. हालांकि जिले के प्राइवेट अस्पतालों में भर्ती डेंगू के मरीजों का कोई भी हिसाब-किताब स्वास्थ्य विभाग के पास नहीं है.
शनिवार को जमालपुर प्रखंड के सदर बाजार निवासी 30 वर्षीय अजित पवार और खड़गपुर प्रखंड के राजगंज निवासी महेश साह के 15 वर्षीय पुत्र नीतीश कुमार को एनएस-1 पॉजिटिव पाये जाने के बाद अस्पताल के डेंगू वार्ड में भर्ती किया गया है. जिसका सैंपल एलाइजा जांच के लिये भेजा गया है. इस बीच शुक्रवार को एलाइजा जांच में पॉजिटिव मिले दो डेंगू के कंफर्म मरीजों में जहां शहर के मकससपुर निवासी संतोष महतो का 20 वर्षीय पुत्र कृष्ण कुमार को उसके परिजन बिना अस्पताल प्रशासन को सूचना दिये प्राइवेट अस्पताल लेकर चले गये. वहीं शिवकुंड निवासी विश्वेशर सिंह का 19 वर्षीय पुत्र सचिन कुमार का इलाज अस्पताल के डेंगू वार्ड में चल रहा है. जबकि दो नये संभावित मामले और एक कंफर्म मामले के साथ अस्पताल में अबतक कुल पांच मरीज इलाजरत हैं. जिसमें डेंगू के संभावित मरीज लखीसराय जिले के अभयपुर निवासी 56 वर्षीय मृत्युंजय कुमार का इलाज वार्ड में चल रहा है. इधर शनिवार को वार्ड में भर्ती दो संभावित मरीज कासिम बाजार निवासी 17 वर्षीय भारती कुमारी तथा बड़ी बाजार निवासी 52 वर्षीय अशोक कुमार को एलाइजा निगेटिव पाये जाने तथा इलाज के बाद स्वस्थ्य होने पर डिस्चार्ज कर दिया गया.बारिश के बीच बदहाल सफाई व्यवस्था बढ़ा सकता है डेंगू के मामले
जिले में वैसे ही डेंगू संक्रमण का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है. जबकि खुद सरकार द्वारा डेंगू संक्रमण से बचाव के लिये अपने आसपास पानी जमा नहीं होने को लेकर लोगों से अपील की जा रही है, लेकिन इस बीच बारिश के बाद शहर की बदहाल हालत और जलजमाव मुंगेर शहर को परेशानी में डाल सकता है, क्योंकि बारिश के बाद शहर में जमे पानी से डेंगू के मच्छरों की संख्या बढ़ सकती है. जिससे बचाव के लिये न तो स्वास्थ्य विभाग और न ही नगर निगम के पास कोई ठोस व्यवस्था है. यह हाल तब है, जब अगस्त माह से अबतक जिले में जहां डेंगू के पांच कंफर्म मामले सामने आ चुके हैं. वहीं अबतक 23 संभावित मरीज भी मिल चुके हैं.कहते हैं अस्पताल उपाधीक्षक
सदर अस्पताल उपाधीक्षक डॉ रमन कुमार ने बताया कि शनिवार को डेंगू के दो संभावित मरीजों को इलाज के लिये भर्ती किया गया है. जिसका सैंपल एलाइजा जांच के लिये भेजा गया है. जबकि शनिवार को किसी भी मरीज का एलाइजा रिर्पोट पॉजिटिव नहीं आया है.
प्राइवेट अस्पताल में भर्ती डेंगू मरीजों का नहीं है हिसाब-किताब
मुंगेर. जिले में बढ़ते डेंगू के मामले के कारण शहर के प्राइवेट नर्सिंग होम में भी कई डेंगू मरीज भर्ती हैं. जिसे प्लेटलेट्स तो खुद स्वास्थ्य विभाग के ब्लड बैंक से दिया जा रहा है, लेकिन शहर के प्राइवेट अस्पतालों में भर्ती डेंगू मरीजों का कोई भी हिसाब-किताब स्वास्थ्य विभाग के पास नहीं है. यह हाल तब है, जब खुद स्वास्थ्य विभाग केवल एलाइजा जांच में पॉजिटिव मिले डेंगू मरीजों को ही डेंगू के कंफर्म मामला मानती है. ऐसे में जिले के प्राइवेट अस्पतालों में एनएस-1 जांच के बाद ही डेंगू मरीजों का इलाज किया जा रहा है. जिसका कोई भी आंकड़ा स्वास्थ्य विभाग के पास नहीं है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है