-डबल इंजन की सरकार ने इस पर कोई काम नहीं किया -भूमि सर्वे से पहले सभी दलों से विचार कर एक नीति बनानी चाहिए थी मधुबनी . पूर्व उपमुख्यमंत्री सह नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि मिथिलांचल का अपना गौरवशाली इतिहास रहा है. यहां गरीबी एवं पलायन की समस्या सबसे अधिक है. बिहार के ग्रामीण क्षेत्र से दो करोड़ 90 लाख लोग पलायन कर दूसरे प्रदेशों में नौकरी के लिए जाते हैं. यह भारत सरकार का आंकड़ा है. हकीकत में तीन से चार करोड़ लोग बिहार से पलायन कर बाहर नौकरी करते हैं. आभार यात्रा सह राजद कार्यकर्ता सम्मेलन के लिए दो दिवसीय यात्रा पर मधुबनी पहुंचे तेजस्वी यादव शनिवार को पत्रकारों से बात कर रहे थे. उन्होंने कहा कि 20 साल से बिहार में जदयू भाजपा की डबल इंजन की सरकार है. उन्होंने बिहार से पलायन रोकने का कोई कार्य नहीं किया. बिहार में नए कारखानों को खोलकर पलायन को रोका जा सकता था. बिहार में पुल -पुलियाें का गिरना लगातार जारी है. पुलियों के निर्माण में भ्रष्टाचार का खेल होता है. बिहार में हत्या, लूट, दुष्कर्म, डकैती, जमीन विवाद में हत्या आम बात हो गयी है. कानून व्यवस्था पर सरकार का कोई नियंत्रण नहीं है. विशेष सर्वेक्षण से पहले सभी से करना चाहिए था विचार बिहार में हो रहे विशेष जमीन सर्वेक्षण के संदर्भ में तेजस्वी यादव ने कहा कि इसमें भारी अनियमितता है. लोग परेशान हो रहे हैं. किसी का कोई कार्य नहीं हो रहा है. विशेष भूमि सर्वेक्षण कार्य से पूर्व सभी दलों के साथ विचार विमर्श कर एक नीति बनाकर काम होना चाहिए था. उन्होंने कहा कि 2025 में राजद की सरकार बनी, तो मिथिलांचल के सर्वांगीण विकास को तरजीह दी जायेगी. इसके लिए हमारी सरकार मिथिलांचल डेवलपमेंट अथॉरिटी (एमडीए) की स्थापना करेगी. यह यहां के विकास को लेकर अलग से काम करेगी. तेजस्वी यादव ने कहा कि उनका आभार सह राजद कार्यकर्ता सम्मेलन पूरे तौर पर अपने कार्यकर्ताओं के लिये समर्पित है. वह बूथ से लेकर जिला स्तर के कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर पार्टी के संगठन के विस्तार पर चर्चा करेंगे. कार्यकर्ता ही पार्टी के रीढ़ होते हैं. कार्यकर्ताओं से स्थानीय समस्याओं को जानेंगे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है