Bihar Land Survey: बिहार में चल रहे भूमि सर्वेक्षण से जुड़े दस्तावेजों को लेकर लोगों में असमंजस की स्थिति बनी हुई है. इसको लेकर बक्सर जिले के डीएम अंशुल अग्रवाल ने सिमरी प्रखंड कार्यालय के सभागार में भूमि सर्वेक्षण पर जागरूकता शिविर को संबोधित किया. जहां उन्होंने कहा कि भूमि सर्वेक्षण किसानों के हित में है. इसे लेकर घबराने की जरूरत नहीं है. जिन किसानों के पास जमीन के मूल दस्तावेज नहीं हैं, उन्हें भी परेशान होने की जरूरत नहीं है. भूमि सर्वेक्षण के लिए अभिलेखों की फोटोकॉपी जमा कराई जाएगी.
वंशावली के लिए सरपंच के पास जाने की जरूरत नहीं: डीएम
डीएम ने कहा कि सर्वे को लेकर किसी को परेशान होने की जरूरत नहीं है. राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग किसानों की समस्याओं से अवगत है और उनकी समस्याओं के समाधान के लिए पूरी तरह तत्पर है. वंशावली के संबंध में जिला पदाधिकारी ने कहा कि वंशावली तैयार करवाने के लिए किसी भी रैयत को किसी कार्यालय या सरपंच के पास जाने की जरूरत नहीं है. सादे कागज पर स्वघोषित वंशावली ही मान्य होगी. आवेदक स्वयं वंशावली तैयार कर जमा करेगा.
वेबसाइट से डाउनलोड किए जा सकते हैं सभी दस्तावेज
डीएम ने लोगों से कहा कि खतियान, जमाबंदी रजिस्टर, राजस्व अभिलेख के लिए लोगों को कार्यालय का चक्कर लगाने की जरूरत नहीं है. सभी दस्तावेज ऑनलाइन डिजिटल हैं. इन्हें भू-अभिलेख वेबसाइट से डाउनलोड किया जा सकता है. किसान निर्भीक होकर फॉर्म 2 में अपनी जमीन का खाता खेसरा भरें और फॉर्म 3 में स्वघोषित वंशावली बनाकर ऑनलाइन या ऑफलाइन जमा करें.
इसे भी पढ़ें: Bihar Land Survey: क्या भूमि सर्वेक्षण फॉर्म में लगान का डिटेल भरना जरूरी? डीएम ने बताए नियम
गड़बड़ी करने वालों पर होगी कार्रवाई
डीएम ने कहा कि जिला प्रशासन भूमि सर्वेक्षण को लेकर गंभीर है. सर्वेक्षण कार्य में गडबड़ी करने वालों पर कार्रवाई की जायेगी. डीएम द्वारा प्रखंड स्तरीय भूमि सर्वेक्षण कार्यालय का भी निरीक्षण किया गया. भूमि सर्वेक्षण जागरूकता शिविर में अनुमंडलाधिकारी राकेश कुमार, प्रखंड विकास पदाधिकारी शशिकांत शर्मा, अंचलाधिकारी भगवती शंकर पाण्डेय सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद थे.
इस वीडियो को भी देखें: दस्तावेज सत्यापन के लिए घूस मांगने वाला हेड कलर्क सस्पेंड