बक्सर. गंगा में पानी बढ़ने का सिलसिला लगातार जारी है. रविवार को जलस्तर में तेजी से बढ़ोतरी हुई. जिससे गंगा के निचले इलाके में बाढ़ का खतरा सताने लगा है. जलस्तर में बढ़ोतरी का क्रम 12 सितंबर से जारी हुआ जो रविवार की शाम तक जारी था. हालांकि जलस्तर में बढ़ोतरी की रफ्तार अब कम होने लगी है. केन्द्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के अनुसार रविवार की सुबह 8 बजे गंगा का जलस्तर 59.54 मीटर था, जबकि दोपहर 12 बजे 59.59 मीटर और शाम 6 बजे 59.65 मीटर हो गया था. सुबह 5 बजे से जलस्तर वृद्धि की रफ्तार 4 सेंटीमीट प्रति घंटा तथा शाम को घटकर 1 सेंटीमीटर प्रतिघंटा हो गई थी. जबकि शनिवार की दोहपर से गंगा के जलस्तर में 15 सेंटीमीटर प्रति घंटा के हिसाब से वृद्धि शुरू हुई तो देर रात तक उसी रफ्तार से पानी बढ़ता रहा. गंगा के पानी में तेजी से हो रही बढ़ोतरी को देखते हुए प्रशासनिक अलर्ट जारी कर दिया गया है. बाढ़ नियंत्रण विभाग के अधिकारी गंगा के जलस्तर पर लगातार नजर बनाए हुए हैं. वार्निंग लेवल को पार हुआ जलस्तर केन्द्रीय जल आयोग के रिकार्ड के अनुसार 12 सितंबर को पूर्वाह्न 08 बजे के बाद 55.91 मीटर पर गंगा बह रही थी. इसके बाद धीरे-धीरे पानी में वृद्धि होने लगा. जो रविवार की शम 6 बजे तक 59.65 मीटर दर्ज किया गया. इस तरह गंगा का पानी वार्निंग लेवल को पार करते हुए खतरे के निशान के करीब पहुंचता जा रहा है. जाहिर है कि बक्सर में वार्निंग लेवल 59.32 मीटर तथा डेंजर लेवल 60.32 मीटर निर्धारित है. बताया जा रहा है कि गंगा के ऊपरी जलग्रहण क्षेत्रों में हुई भारी बारिश के बाद गंगा में उफान आ गया है.
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