Darbhanga News: बहादुरपुर. जिले के विभिन्न प्रखंडों में लगातार दो दिनों से हो रही बारिश से किसानों के चेहरे पर रौनक लौट आयी है. धान सहित अन्य फसल में पर्याप्त मात्रा में नमी के साथ पानी जमा हो गया है. फिलहाल पटवन करने से राहत मिल गयी है. अभी 20 से 25 दिनों तक धान के खेतों में पटवन कराने की आवश्यकता नहीं है. अब किसान खेतों में यूरिया का छिड़काव आसानी से कर सकते हैं. जिले के सुदूर ग्रामीण क्षेत्र में सरकार द्वारा निर्धारित मूल्य से अधिक दर पर यूरिया की बिक्री का मामला सामने आ रहा है. किसानों को यूरिया के लिए 50 से 60 रुपये तक अधिक चुकाना पड़ रहा है. ग्रामीण क्षेत्र में 330 से 340 रुपये प्रति बैग यूरिया की बिक्री की जा रही है, जबकि यूरिया का सरकारी मूल्य 266 रुपये 50 पैसा ही निर्धारित है. जिले के थोक व खुदरा विक्रेताओं के दुकानों की लगातार जांच करने के लिए जिला स्तर पर टीम बनायी गयी है, परंतु टीम विभिन्न प्रखंडों के उर्वरक दुकानों के निरीक्षण की महज खानापूरी कर निकल जाती है. हालांकि कृषि विभाग की मानें तो जिला में पर्याप्त मात्रा में यूरिया उपलब्ध है. विभागीय रिपोर्ट के अनुसार जिले के सभी प्रखंडों में 6595.28 मिट्रिक टन यूरिया थोक व खुदरा उर्वरक विक्रेता के पास उपलब्ध है.
प्रखंड यूरिया की उपलब्धता (मिट्रिक टन में )
अलीनगर 137.845बहादुरपुर 670.96बहेड़ी 741.74बेनीपुर 262.22बिरौल 711सदर 532.265गौड़ाबौराम 299.095घनश्यामपुर 268.3हनुमाननगर 267.05हायाघाट 102.26जाले 429.55केवटी 472.87किरतपुर 340.875कुशेश्वरस्थान 383.78कुशेश्वरस्थान पूर्वी 301.275मनीगाछी 115.835सिंहवाड़ा 459.945तारडीह 99.46कहते हैं अधिकारी
डीएओ सह परियोजना निदेशक आत्मा विपिन बिहारी सिन्हा ने बताया कि लगातार दो दिनों से हो रही बारिश से किसानों को थोड़ी राहत मिली है. यूरिया की मांग बढ़ने लगी है. जिले के विभिन्न प्रखंडों के थोक व खुदरा उर्वरक विक्रेताओं के पास पर्याप्त मात्रा में यूरिया उपलब्ध है. 266.50 रुपये सरकार द्वारा यूरिया का मूल्य निर्धारित है. जिले के विभिन्न प्रखंडों के थोक व खुदरा उर्वरक विक्रेता की दुकानों की लगातार निरीक्षण करने के लिए टीम गठित की गयी है. टीम के सदस्य सहित सभी बीएओ व कृषि समन्वयकों को इन दुकानों का लगातार निरीक्षण करने का निर्देश दिया गया है. किसी प्रकार की गड़बड़ी करने वाले उर्वरक विक्रेताओं के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी.
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