Bokaro News : अभी तक बोकारो में सामान्य से 3% अधिक हुई बारिश है, जो जिले के अंडरग्राउंड वाटर लेवल के लिए अच्छा संकेत है.
संवाददाता, बोकारो.
बोकारो में मौसम ने एक बार फिर से रिमझिम फुहार की अंगड़ाई ली है. सुस्त पड़ती मानसून ने यू-टर्न लिया है. निम्न दबाव के कारण रविवार को कभी रिमझिम तो कभी झमाझम बारिश से शहर व गांव तर-बतर रहे. स्थिति ऐसी कि रविवार को सामान्य से 376 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है, जो आमतौर पर 15 सितंबर को 6.3 मिमी बारिश होती है, लेकिन इस साल 15 सितंबर को 30 मिमी बारिश दर्ज की गयी है. बोकारो जिला के लिए इस साल मानसून ने साथ दिया है. बोकारो में औसतन 824.6 मिमी बारिश मानसून में दर्ज की जाती है. लेकिन, इस साल सामान्य से 848.9 मिमी बारिश हुई. यह सामान्य से तीन प्रतिशत अधिक है. यह जिला के लिए बहुत अच्छी खबर है, कारण यह कि इसी साल भू-गर्भ निदेशालय की रिपोर्ट में जिला में भविष्य के लिए अंडरग्राउंड वाटर लेवल को खतरनाक स्थिति में बताया गया था. बारिश होने से यह समस्या दूर होगी. ताल-तलैया लबालब, लोगों ने छुट्टी का लिया आनंद : अगस्त के अंतिम सप्ताह व सितंबर के शुरुआती सप्ताह में बोकारो में बारिश का दौर कम हुआ था, लेकिन, पिछले तीन दिनों से फिर से बादल बरस रहे हैं. इसका असर जमीन पर भी दिख रहा है. गांव-शहर में मौजूद ताल-तिलैया लबालब हैं. नदी का जलस्तर भी बढ़ा हुआ है. खेतों में हरियाली छायी हुई है. रविवार को छुट्टी के कारण कई लोग बारिश का आनंद लेते दिखे. कई लोग बरसात का आनंद लेने के लिए घरों से निकले, तो कई लोगों ने घर में ही समय बिताना श्रेयस्कर समझा.अलर्ट! लगातार बारिश से बढ़ा गरगा डैम का जलस्तर :
गरगा नदी के आसपास रहने वाले हो जाएं अलर्ट! गरगा डैम के जल स्तर में लगातार बारिश के कारण तेजी से वृद्धि हो रही है. वर्तमान स्तर 766.9 फीट है. 767 फीट होने पर डैम का गेट थोड़ा खोला जायेगा. इस कारण गरगा नदी का जल स्तर बढ़ सकता है. कई स्थानों पर कॉजवे के ऊपर से पानी बहने लगता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है