Karkatgarh Water Fall: कैमूर. चैनपुर प्रखंड के कैमूर पहाड़ी पर स्थित करकटगढ़ जलप्रपात में फंसे सभी 11 लोगों को सकुशल बाहर निकाल लिया गया है. इन लोगों के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम देवदूत बनकर आई और एक बड़ा हादसा होने से बाल-बाल बचा लिया. रविवार की देर शाम कैमूर पहाड़ी पर स्थित करकटगढ़ जलप्रपात पर पिकनिक मनाने गए रोहतास के कोचस के 11 लोग अचानक बह आए तेज बहाव में फंस गए थे. स्थानीय लोगों द्वारा 2 घंटे बाद घटना की जानकारी कैमूर जिला प्रशासन को दी गई, जिसके बाद जिला प्रशासन द्वारा स्थानीय गोताखोर की मदद से उनका रेस्क्यू करना चाहा, लेकिन पानी का तेज बहाव के कारण संभव नहीं हो पाया.
रात भर किया गया सुबह होने का इंतजार
देर रात एसडीआरएफ और एनडीआरएफ को सूचना दी गई, लेकिन अंधेरा होने के कारण रेस्क्यू का काम शुरू नहीं हो पाया. मौके पर पहुंची एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम ने सोमवार की सुबह सभी लोगों का सफल रेस्क्यू कर दिया. सभी को सुरक्षित चैनपुर थाना लाया गया है. कैमूर जिलाधिकारी सावन कुमार ने बताया करकट गढ़ जलप्रपात में कोचस के लगभग 11 लोग फंसे हुए थे. शाम को सूचना जिला प्रशासन को मिला. लोकल राहत बचाव टीम के साथ वहां पर रेस्क्यू करने का प्रयास किया गया, रात हो गया, पानी 8 से 9 फीट ऊपर चल रहा था और काफी तेज था. जिस वजह से रेस्क्यू संभव नहीं हो पाया. फिर एसडीआरएफ और एनडीआरएफ टीम ने आकर 15 घंटे बाद आज सुबह 8:00 बजे तक सफल रेस्क्यू किया है.
जिनका सफल रेस्क्यू किया गया
रोहतास जिले के कोचस के अंगद चौहान का 25 वर्षीय पुत्र सरोज कुमार, कंचन राम का 26 वर्षीय पुत्र अजीत कुमार, मुमताज का 30 वर्षीय पुत्र मोहम्मद फिरोज शामिल हैं. इनके अलावा मुबारक अली का 30 वर्षीय पुत्र अरमान अली, कमला पांडे का 27 वर्षीय पुत्र निर्भय पांडे, कैलाश चौहान का 23 वर्षीय पुत्र पिंटू चौहान, मनोज चौहान का 18 वर्षीय पुत्र रोहित कुमार, भृगु नाथ सिंह का 34 वर्षीय पुत्र लाल बाबू सिंह, स्वर्गीय कमल चौहान का 38 वर्षीय पुत्र अरविंद कुमार, असीम साई का 17 वर्षीय पुत्र नसीम साइ, रामचंद्र चौहान का 35 वर्षी पुत्र सरोज की भी जान जाते जाते बची हैं.
अचानक बढ़ गया पानी
सभी के परिजन भी पहुंचे हुए हैं. वाटरफॉल में फंसे लोगो ने बताया कि हम लोग पिकनिक मनाने के लिए एक साथ 11 लोग अपने साधन से गए हुए थे. वहां पर खाना बना रहे थे तभी अचानक पानी बढ़ गया. लोग चिल्लाने लगे तो हम लोग वहां एक ऊंचे टापू नुमा जगह पर चले गए. पानी काफी तेज गति से बढ़ने लगा. स्थानीय प्रशासन, स्थानीय लोग वहां मौजूद थे. फिर एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम पहुंची, तो हम लोगों को आज सुबह 7:30 बजे निकाला गया है. हम सभी लोग सकुशल वहां से निकल चुके हैं.