अब तक 57 प्रतिशत हो चुका है केवाईसी बनमा ईटहरी. प्रखंड भर में जनवितरण प्रणाली की 45 दुकानें हैं, जहां से 22 हजार 437 राशन कार्ड धारी उपभोक्ताओं को राशन मिलता है. खाद्य आपूर्ति विभाग ने अब सभी कार्ड धारी को ई केवाईसी कराना अनिवार्य कर दिया है. नियम के पालन करने के लिए आपूर्ति विभाग ने डीलरों को राशन कार्डधारियों की ई केवाईसी करने की जिम्मेदारी दी है. वैसे उपभोक्ता जो पीडीएस दुकानों तक नहीं पहुंच पा रहे, उनकी ई केवाईसी करने के लिए डीलर उनके घर जाकर ई केवाईसी कर रहे हैं. राशन कार्ड पर अंकित परिवार के सदस्यों की ई केवाईसी के लिए आधार कार्ड, राशन कार्ड नंबर एवं उनके फिंगर प्रिंट का मिलान डीलर मशीन से कर रहे हैं, ताकि यह योग्य उपभोक्ता है या नहीं. पॉश मशीन में ई केवाईसी का ऑप्शन डीलरों को मिली पॉश मशीन में ई केवाईसी का ऑप्शन है, जिसके आधार पर यह काम डीलर ही कर रहे हैं. रसलपुर के वार्ड पांच में जन वितरण प्रणाली विक्रेता राधा कुमारी की दुकान पर दो दर्जन से अत्यधिक लोगों का ई केवाईसी किया गया. राशन लेने आये रेखा देवी, वीणा देवी, लालो देवी, बबीता देवी, पवन देवी, सुनीता देवी, ननकी देवी, जयमाला देवी, विमला देवी समेत अन्य उपभोक्ता का पॉश मशीन के माध्यम से ही ई केवाईसी किया गया. इन दिनों प्रखंड भर में समी उपभोक्ता डीलर के पास अनाज के लिए जाते हैं तो वहीं पर डीलर द्वारा उनकी ई केवाईसी कर दे रहा है. अगर परिवार के बीमार, वृद्ध, गर्भवती और दुकान पर पहुंचने में असमर्थ सदस्य वहां नहीं पहुंच पाते हैं तो डीलर पॉश मशीन लेकर उपभोक्ताओं के घर जाकर ई केवाईसी कर रहे हैं. नियम के अनुसार जो उपभोक्ता जन वितरण प्रणाली की दुकान से राशन लेते हैं. उनके परिवार के उन सभी सदस्यों के आधार नंबर एवं फिंगर प्रिंट का मिलान किया जा रहा है. जिनके नाम राशन कार्ड पर अंकित है, इससे यह पता चल रहा है कि जिनका नाम अंकित है, वह अपने घर पर रह रहे हैं या नहीं. इससे सही उपभोक्ता को इस योजना का लाभ मिल सकेगा. डीलर ऐसे करेंगे केवाईसी डीलर केवाईसी के दौरान उपभोक्ताओं को मिले राशन कार्ड के नंबर, आधार कार्ड नंबर को पॉश मशीन में दिए गये ऑप्शन में डालकर उसे आईडी पासवर्ड के माध्यम से खोल कर ई केवाईसी करेंगे. उचित मूल्य दुकानदारों के माध्यम से प्रखंड के पात्र लाभार्थियों के परिवार के सभी सदस्यों की ई केवाईसी करके देख रहा है कि वास्तव में कितने लोग हैं जो योजना का लाभ लेने के पात्र हैं. फर्जीवाड़े की जानकारी के बाद विभाग राशन कार्ड से नाम भी काट सकता है. क्या कहते है अधिकारी इस संबंध में खाद्यान्न आपूर्ति पदाधिकारी मृत्युंजय कुमार ने बताया कि साल में एक बार ई केवाईसी किया जाता है. बहुत सारे ऐसे उपभोक्ता हैं, जो यहां नहीं रहने के बावजूद राशन उठाव कर रहे हैं. ऐसे लाभुकों को चिन्हित कर नाम हटाया जायेगा. उन्होंने बताया कि प्रखंड भर में 45 पीडीएस दुकान है एवं 43 डीलर है. अनुमंडल क्षेत्र में बनमा इटहरी ई केवाईसी करने में प्रथम स्थान पर है. जबकि जिले में कहरा ग्रामीण नंबर एक पर है. उन्होंने बताया कि बहुत सारे उपभोक्ता अभी बाहर मजदूरी कर रहे हैं. जिस कारण उनका ई केवाईसी नहीं हो पाया है. फोटो – सहरसा 03 – रसलपुर में ई केवाईसी करते हुए ऑपरेटर व अन्य.
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