गोपालगंज. जिले के कई युवा अलग- अलग क्षेत्रों में हमेशा से ही परचम लहराते रहे हैं. शिक्षा, साहित्य, कला या खेल सभी क्षेत्रों में यहां के युवाओं ने हमेशा ही अपने प्रतिभा का लोहा मनवाया है. जिले के एक युवा ने कुछ ऐसा दिखाया है, जिससे जिले के लोग गौरवान्वित हो रहे हैं. सदर प्रखंड के भितभेरवां गांव के रहने वाले युवा हेमंत कुमार वर्मा को फ्रांस के एक एटॉमिक रिसर्च लैब में काम करने के लिए बुलावा आया है. वहां पर जाकर ये रिसर्च लैब के लिए क्वांटम कंप्यूटर को विकसित करेंगे. बेंगलुरु के इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस से पीएचडी की पढ़ाई पूरी करने के बाद फ्रांस से ऑफर मिला. गोपालगंज से हुई प्रारंभिक पढ़ाई सदर प्रखंड के भितभेरवां गांव के रहने वाले विनय कुमार वर्मा और तारा वर्मा के पुत्र हेमंत की प्रारंभिक पढ़ाई गोपालगंज से हुई. बिहार विकास विद्यलय से सीबीएसइ बोर्ड से 10वीं तक की पढ़ाई की. इसके बाद कमला राय कॉलेज से बिहार बोर्ड से 12वीं की. 12वीं करने बाद एनआइटी, अगरतला से भौतिकी विषय से स्नातक की पढ़ाई की. इसके बाद डॉक्टरेट की पढ़ाई के लिए इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस, बेंगलुरु चले गये. इसी वर्ष जुलाई में पीएचडी पूरा किया. इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस, बेंगलुरु से पीएचडी करने के दौरान हेमंत ने इसरो के लिए भी कई प्रोजेक्ट तैयार किये. इनके प्रोजेक्ट की तारीफ भी हुई. पीएचडी की उपाधि मिलते ही फ्रांस के साथ- साथ यूनाइटेड स्टेट ऑफ अमेरिका से भी ऑफर मिला, लेकिन यूएसए नहीं जा कर अब फ्रांस जा रहे हैं. हेमंत के परिवार के लोग पहले से ही शिक्षा से जुड़े रहे हैं. बाबा नागेंद्र वर्मा सरकारी स्कूल के प्रधानाध्यापक थे. चाचा रवींद्र वर्मा सीवान में प्रधानाध्यापक हैं. बड़ी बहन श्वेता वर्मा पुणे के टाटा कंपनी में सॉफ्टवेयर इंजीनियर है. बड़े भाई प्रशांत वर्मा अभी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं. चाचा अरविंद वर्मा, कमलेश्वर वर्मा व तारकेश्वर वर्मा, मामा भास्कर वर्मा व सुधाकर वर्मा का भी योगदान हेमंत की पढ़ाई में रहा है.
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