बारुण. सोन नदी में बाढ़ आने की संभावनाएं बढ़ गयी है. इसे लेकर सोनतटीय इलाके के लोगों को सतर्क और सावधान रहने, सोन नदी में खेती करने वाले लोगों को सावधानी बरतने की अपील की गयी है. खेत छोड़कर बाहर निकल जाने का आग्रह किया गया है. हालांकि, बरसात में दुर्घटना न हो इसलिए सभी लोगों को पहले ही सतर्क कर दिया गया है. यह बातें बारुण सीओ मंजेश कुमार ने बताया. सूत्रों के अनुसार, इंद्रपुरी डैम से रविवार की रात में अचानक दो लाख 40 हजार 522 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है, जबकि पिछले वर्ष इसी समय 17 हजार 415 क्यूसेक जलस्तर था. जो पिछले वर्ष से इस बार बहुत अधिक है. वहीं, बाणसागर से 17,212 क्यूसेक और रिहंद डैम से 5883 क्यूसेक पानी छोडा गया है. इंद्रपुरी डैम में 69 फाटक हैं, जिसमें 40 फाटक को खोल दिये गये है. वहीं, सिंचाई के लिए डैम के दोनों तरफ यानी पूर्वी और पश्चिमी कैनाल के फाटक को भी खोला गया है. जिसमें पूर्वी कैनाल में 4057 क्यूसेक व पश्चिमी कैनाल में 6111 क्यूसेक पानी का प्रवाह है. यानी इंद्रपुरी डैम के ऊपरी प्रवाह 240522 क्यूसेक और नीचली प्रवाह 228346 क्यूसेक है. इधर, सीओ ने बताया कि रविवार की रात को इंद्रपुरी डैम के जेई अमित कुमार द्वारा जलस्तर में वृद्धि की सूचना प्राप्त हुई है. लगातार जलस्तर में वृद्धि हो रही है. बताया कि भीम बराज से केवल दो लाख पानी छोड़ा गया है. वहीं, पहाड़ी इलाकों से पानी कितना आ रहा है यह बताना मुश्किल होगा. लगातार बारिश हो रही है इसलिए अनुमान लगाना कठिन है.
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