Standup India: समस्तीपुर : स्टैंडअप इंडिया के तहत जिले में वित्तीय वर्ष 2016 से 24 तक 293 लाभार्थियों को योजना का लाभ मिला है. योजना के तहत बैंकों के द्वारा लाभार्थियों के बीच 3454.98 लाख रुपये का ऋण वितरित किया गया है. सबसे अधिक भारतीय स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के द्वारा 119 लाभार्थियों को लाभान्वित किया गया है. बैंक के द्वारा 2016 से 2024 तक 1993 लाख रुपये का वितरण किया गया है. सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के द्वारा एक लाभार्थी को योजना का लाभ दिया गया है. लाभार्थी को 14.25 लाख रुपये दिये गये हैं. पंजाब नेशनल बैंक के द्वारा 36 लाभार्थियों के बीच 414 लाख रुपये का वितरण किया गया है. केनरा बैंक के द्वारा 16 लाभार्थियों के बीच 161 लाख रुपये का वितरण किया गया है. यूको बैंक के द्वारा 76 लाभार्थियों के बीच 76 लाभार्थियों के बीच 301 रुपये का वितरण किया गया है. बैंक ऑफ बड़ौदा के द्वारा 16 लाभार्थियों के बीच 157 लाख रुपये वितरण किया गया है. यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के द्वारा 12 लाभार्थियों के बीच 156.72 लाख रुपये का वितरण किया गया है. बैंक ऑफ इंडिया के द्वारा नौ लाभार्थियों के बीच 146.13 लाख रुपये का वितरण किया गया है. बैंक ऑफ महाराष्ट्रा के द्वारा दो लाभार्थियों के बीच 21 लाख रुपये का वितरण किया गया है. डीबीजीबी बैंक के द्वारा 20 लाभार्थियों के बीच 90.88 लाख रुपये का वितरण किया गया है.
Standup India: सभी बैंकों की शाखाओं को देना है ऋण
प्रावधान के मुताबिक जिले की सभी बैंकों की शाखाओं को इस योजना के तहत कम से कम एक अनुसूचित जाति या अनुसूचित जनजाति और कम से कम एक महिला को दस लाख रुपये से लेकर एक करोड़ रुपये तक का ऋण देना है. लेकिन बैंकों की शाखाओं की तुलना में लाभार्थियों की संख्या कम है. जिले में छोटे बड़े 24 बैंकों की 299 शाखाएं हैं. इसमें भारतीय स्टेट बैंक की 34 शाखा, सेन्ट्रल बैंक ऑफ इंडिया की 22 शाखा, पंजाब नेशनल बैंक की 20 शाखा, केनरा बैंक की 15 शाखा, यूको बैंक की पांच शाखा, बैंक ऑफ बड़ौदा की 12 शाखा, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की 19 शाखा, बैंक ऑफ इंडिया की 10 शाखा, बैंक ऑफ महाराष्ट्रा की एक शाखा, इंडियन बैंक की 12 शाखा, इंडियन ओवरसीज बैंक एक शाखा, आइडीबीआई बैंक की एक शाखा, आईसीआईसी बैंक की तीन शाखा, एक्सिस बैंक की दो शाखा, एचडीएफसी बैंक की चार शाखा, इंडसइंड बैंक की एक शाखा, कोटक महिंद्रा बैंक की एक शाखा तथा बंधन बैंक की 23 शाखा है.Standup India: सभी बैंकों की शाखाओं को देना है ऋण
स्टैंडअप इंडिया भारत सरकार की योजना है. इस योजना के तहत वंचित वर्गों अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति तथा महिलाओं को आर्थिक सहायता दी जाती है. योजना के तहत बैंक ऋण की सुविधा दी जाती है, ताकि वे कारोबार शुरू कर सकें. योजना के तहत ऋण विनिर्माण, सेवा, कृषि या व्यापार क्षेत्र में लगाया जा सकता है. इस योजना के तहत महिला उद्यमियों को प्रशिक्षण देने के लिए भी सरकार अनुदान देती है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है