Jammu and Kashmir Elections: जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को निरस्त किए जाने के बाद हो रहे पहले विधानसभा चुनाव के दौरान बुधवार को जम्मू क्षेत्र के डोडा जिले में मतदान केंद्रों पर मतदाताओं में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला. पिछले कुछ महीनों में यहां आतंकवादी गतिविधियों में वृद्धि हुई है. पहले चरण के हुए मतदान में शाम 5 बजे तक 59 प्रतिशत से अधिक मतदान हुए हैं. अपनी सरकार चुनने के लिए विधानसभा चुनाव में भाग लेने पर खुशी व्यक्त करते हुए मतदाताओं ने यह भी उम्मीद जताई कि लोकतांत्रिक प्रक्रिया के बाद जम्मू कश्मीर के राज्य का दर्जा बहाल हो जाएगा.
पहले चरण में 64 उम्मीदवारों के भाग्य का होगा फैसला
विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 64 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला होना है. डोडा और किश्तवाड़ समेत क्षेत्र के कुछ हिस्सों में जून से आतंकी गतिविधियों में वृद्धि हुई है, जिसमें दो अधिकारियों सहित छह सैन्यकर्मियों की जान चली गई और चार आतंकवादी मारे गए.
चुनाव को लेकर क्या बोले स्थानीय
भद्रवाह के घाटा गांव निवासी पंडित शांति प्रकाश (96) ने कहा, हमें खुशी है कि 10 साल के लंबे अंतराल के बाद आखिरकार विधानसभा चुनाव हो रहे हैं, जिससे हमें अपनी सरकार चुनने का मौका मिला है. हमें उम्मीद है कि चुनाव के बाद राज्य का दर्जा बहाल हो जाएगा. चोबिया लिंक रोड के पास रहने वाले नवीन कोतवाल (64) ने कहा कि वह पिछले 10 वर्षों में जम्मू कश्मीर के लोगों पर हुए अन्याय के खिलाफ और राज्य का दर्जा बहाल करने के लिए मतदान कर रहे हैं. चिनोडे गांव के पूर्व सरपंच खालिद बशीर मुगल (52) ने कहा कि मतदान की शुरुआत से ही मतदाताओं की भारी भीड़ लोगों की सरकार चुनने की इच्छा को दर्शाती है. पहली बार मतदान करने वाली बहनें मुकद्दस और मशैल ने कहा कि उन्होंने बेहतर भविष्य के लिए मताधिकार का इस्तेमाल किया.