– एसपी के निर्देश पर बंधक बने सदर पुलिस ने 200 लोगों को कराया मुक्त
पूर्णिया. रामबाग के सरना चौक के पास ऑफिस खोल कर सोशल नेटवर्किंग के नाम ठगी करने वाले फर्जी गिरोह का पुलिस ने पर्दाफाश किया है. इस सिलसिले में पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार किया है. साथ ही पुलिस ने इस गिरोह द्वारा बंधक बना कर रखे गये लगभग 200 युवकों को मुक्त कराया. पुलिस की कार्रवाई मंगलवार की रात में हुई. बंधक बनाये गये युवकों में अधिकांश पश्चिम बंगाल के रहनेवाले हैं. गिरफ्तार अभियुक्तों में पश्चिम बंगाल के उत्तरी दिनाजपुर जिला के तपन, नवगांव का सुकुमार राय, वीरभूम जिला के रामपुर थाना के हरिनातपुर का तारा शंकर शर्मा, 24 परगना जिला के देवगंगा का जहांगीर, वीरभूम जिला के मुरागई थाना के कामदेवनगर का विष्णु मंडल एवं अररिया जिले के मदनपुर थाना के धोकरिया का शिवलाल हेम्ब्रम शामिल है. सदर थाना के प्रभारी थानाध्यक्ष पूर्णिमा कुमारी ने बताया कि पश्चिम बंगाल के दक्षिण दिनाजपुर जिले का रहनेवाला अखिल मंडल नाम का एक युवक द्वारा दी गयी सूचना के बाद कार्रवाई की गयी. अखिल मंडल ने उन्हें फोन पर सूचना दी थी कि एक कंपनी जो 30-40 हजार रुपये महीना वेतन देने का लालच देकर उससे 20 हजार रुपये का ऑनलाइन भुगतान करवाया. इसके बाद उसे नौ दिनों का प्रशिक्षण भी दिया. फिर मोबाइल फोन से उसके सभी कांटेक्ट की सूची प्राप्त कर लिया. उन सभी कांटेक्ट के तीन श्रेणी में बांटा, जिसमें पहला एच (हॉट कांटेक्ट), दूसरा डब्लू (वार्म कंटेक्ट) एवं तीसरा सी (कोल्ड कांटेक्ट) में विभक्त किया. इसके बाद उसके सभी कांटेक्ट को कॉल करके कंपनी में शामिल होने के लिए समझाने को कहा गया. इस दौरान उसे (अखिल मंडल) बंधक बना कर रखा गया. उसे कहीं भी जाने की आजादी नहीं दी थी और उस पर नजर रखी गयी थी. अखिल ने बताया कि इस तरह सौ युवकों को अपने जाल में फांसकर रखा था. फोटो. 18 पूर्णिया 21- गिरफ्तार अभियुक्तडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है