इचाक.
पिछले 72 घंटे तक लगातार बारिश से इचाक के किसानों को लाखों का नुकसान हुआ. किसानों ने 40 रुपये किलो आलू का बीज खरीदकर अपने खेतों में लगाया, लेकिन भारी बारिश से नुकसान उठाना पड़ा है. प्रखंड के बरका खुर्द, कालाद्वार, रतनपुर, सायल कला, सायल खुर्द, फुफंदी,मड़पा, दरिया, फुरुका, पोखरिया, जगडा, जोगीडीह, डाढा, लोहड़ी बरकाकला, मनाई समेत कई गांव के किसानों का सैकड़ों एकड़ में लगा आलू बर्बाद हो गया. जिप सदस्य प्रतिनिधि अशोक मेहता ने कहा कि इचाक के किसानों की आलू फसल मुख्य जीविकोपार्जन का मुख्य साधन है. इसके खराब हो जाने को लेकर यहां के किसान काफी चिंतित है. भाजपा नेता ओमप्रकाश मेहता ने कहा कि किसान दूसरे से कर्ज लेकर व बैंक से लोन लेकर खेती करने के लिए बीज लेते हैं, जो भारी बारिश के कारण किसानों का कमर टूट चुका है. उन्होंने जिला प्रशासन से किसानों के आलू की फसल में हुए नुकसान की जांच कर उचित मुआवजा देने की मांग की है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है