Bihar Land Survey: बिहार के राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के मंत्री डॉ दिलीप जायसवाल ने पत्रकारों से बातचीत में कहा है कि जमीन सर्वे से संबंधित लोगों की आशंकाएं बहुत जल्द दूर हो जायेंगी. इसके लिए विभाग ने एक सप्ताह रिसर्च किया और ग्राउंड पर समस्याएं जानीं.
अधिकारियों को तीन महीने की ट्रेनिंग मिलेगी
भूमि सर्वेक्षण के दौरान 15-16 तरह की समस्याएं सामने आई हैं. इसे दूर करने के लिए हमने एफएक्यू (फ्रिक्वेंट क्वश्चन आंसर) जारी करने का निर्णय लिया है. अगले तीन-चार दिन में हमलोग यह जारी कर देंगे, जिसके बाद लोगों के सभी सवालों का जवाब उनको मिल जायेगा. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कैथी भाषा में लिखे खतियान को पढ़ने के लिए अधिकारियों को तीन महीने की ट्रेनिंग दी जा रही है. जब तक ट्रेनिंग पूरी नहीं हो जाएगी तब तक भाषा से जुड़ी समस्या और भूमि सर्वेक्षण का काम पूरा नहीं किया जाएगा.
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जमीन सर्वे को लेकर मंत्री जी ने क्या कहा
डॉ जायसवाल ने कहा कि जमीन सर्वे को लेकर जिन लोगों को दिक्कत है, उसमें पहली कैटैगरी जमीन माफियाओं की है. जमीन माफिया नेताओं को प्रभावित कर रहे हैं. इस सर्वे से सबसे अधिक समस्या उनको ही है क्योंकि उनकी माफियागिरी समाप्त हो जायेगी. इसके अलावा दूसरे तरह की दिक्कत सरकारी जमीन पर कब्जा करने वालों को है. करीब 50 हजार एकड़ सरकारी जमीन पर कब्जा है. इसके साथ ही तीसरे तरह के ऐसे लोग हैं जो बहन को हिस्सा नहीं देना चाहते हैं.