प्रधान सचिव ने एक रिपोर्ट डीसी सहित अन्य पदाधिकारियों को भेजी
Jamshedpur News :
एमजीएम अस्पताल के अधीक्षक डॉ रवींद्र कुमार अस्पताल के संचालन में कोई दिलचस्पी नहीं ले रहे हैं. उनके द्वारा अपने कर्तव्यों व दायित्वों के निर्वहन में लापरवाही बरती जा रही है. इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव अजय कुमार सिंह ने एक रिपोर्ट जिले के उपायुक्त सहित अन्य पदाधिकारियों को भेजी है. जिसमें कहा गया है कि पिछले छह अगस्त को एमजीएम मेडिकल कॉलेज अस्पताल के इमरजेंसी विभाग का सबसे पहले निरीक्षण किया गया. जिसमें पाया गया कि कई मरीजों को बरामदे में ही बेड लगाकर इलाज किया जा रहा था, जिसपर सचिव द्वारा नाराजगी जाहिर की गयी. वहीं, निरीक्षण के दौरान कई बंद कमरे मिले, जिसका किसी भी प्रकार का उपयोग नहीं किया जा रहा है. इमरजेंसी वार्ड में डायलिसिस मशीन रखी गयी है, जबकि डायलिसिस वार्ड को किसी अन्य स्थान पर क्रियाशील करना चाहिए था. इस प्रकार से इमरजेंसी वार्ड में बेड की संख्या को बढ़ाया जा सकता है.इमरजेंसी वार्ड में अव्यवस्था का आलम
सचिव ने कहा है कि इमरजेंसी वार्ड का रख-रखाव बहुत ही अव्यवस्थित तरीके से किया जा रहा है. यहां मरीजों की चिकित्सा के लिए समुचित व्यवस्था नहीं है. वहीं, शिशु रोग विभाग में भी कई कमरे बंद मिले थे, जिसका किसी अन्य कार्य में उपयोग नहीं किया जा रहा है. जबकि अधीक्षक को चाहिए था कि संस्थान में उपलब्ध आधारभूत संरचना का समुचित उपयोग कर चिकित्सा सुविधा को सुदृढ़ करें. उन्होंने कहा कि जिस वार्ड में मरीजों की संख्या अधिक है, वहां बेड की संख्या को बढ़ाना चाहिए था एवं जिस वार्ड में कम मरीज हैं, वहां बेड की संख्या कम करनी चाहिए थी. सचिव कहा कि अधीक्षक के द्वारा उक्त समस्याओं के बारे में पूछने पर कोई संतोषजनक उत्तर नहीं दिया गया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है