मेदनीचौकी. स्थानीय थाना क्षेत्र अंतर्गत खावा चंद्रटोला गांव के निवासी स्व. भगेरी महतो के 44 वर्षीय पुत्र नरेश महतो का शव किऊल नदी से एसडीआरएफ की टीम ने मंगलवार को बड़ी मशक्कत से निकाला. मेदनीचौकी थानाध्यक्ष चितरंजन कुमार ने बताया कि नरेश महतो विगत 15 सितंबर से लापता था. इसकी सूचना थाने में दी गयी. इसके बाद पुलिस ने हरकत में आकर लापता व्यक्ति की खोजबीन शुरु की. इसी कड़ी में किऊल नदी में डूबने की आशंका होने पर पुलिस ने मुंगेर से एसडीआरएफ की टीम बुलाकर किऊल नदी में मंगलवार को तलाशी शुरु कर दी. सुबह से ही पुलिस की देखरेख में एसडीआरएफ की टीम ने खोजना शुरू किया. बड़ी मशक्कत से तीन घंटे के बाद युवक का शव निकाला गया, जिसमें दो टीन (कंटर) बंधा हुआ था. इससे लोगों में हत्या होने की चर्चा होने लगी. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए लखीसराय भेज दिया. इस संबंध में मेदनीचौकी थानाध्यक्ष चितरंजन कुमार ने बताया कि हत्या के मामले को लेकर मेदनीचौकी थाने में मृतक की पत्नी कन्नो देवी के बयान पर कुल चार लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की गयी है. इसमें दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है. जिसमें खावा राजपुर निवासी बहादुर महतो के पुत्र राजा महतो व शंभू महतो उर्फ संजीत कुमार महतो उर्फ मांझो शामिल है. दोनों प्राथमिकी अभियुक्त भी हैं. जिन्हें पुलिस अभिरक्षा में बुधवार को न्यायिक हिरासत भेज दिया गया है. थानाध्यक्ष ने बताया कि इधर से लोग दियारा में मछली मारने व खाने-पीने के लिए जाते रहते हैं. दियारा में लोगों की खेती-बाड़ी भी है. आरोपियों व मृतक के बीच पूर्व से भी विवाद होने की बात कही जा रही है. पुलिस सभी बिंदुओं पर जांच कर रही है. दो लोगों की गिरफ्तारी के साथ ही घटना में शामिल अन्य लोगों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है.
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